google() // Google's Maven repository https://www.profitablecpmrate.com/gtfhp9z6u?key=af9a967ab51882fa8e8eec44994969ec 1. आध्यात्मिकता के नशा की संगत और ज्योतिष : 01/11/21

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।। श्री यजुर्वेद और ऋग्वेद के अनुसार मकर संक्रांति के वहान फल ।।

सभी ज्योतिष मित्रों को मेरा निवेदन हे आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे में किसी के लेखो की कोपी नहीं करता,  किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही हे कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्त्ता भाई और आगे भी नही बढ़ता , आप आपके महेनत से तयार होने से बहुत आगे बठा जाता हे धन्यवाद ........
जय द्वारकाधीश

।। श्री यजुर्वेद और ऋग्वेद के अनुसार मकर संक्रांति के वहान फल ।।


★★★ मकर संक्रांति के बारे में 13 बड़ी बातें, पर्व मनाने से पहले जानिए यहां....>>>

◆◆◆सूर्य संक्रांति में मकर सक्रांति का महत्व ही अधिक माना गया है। 

माघ माह में कृष्ण पंचमी को मकर सक्रांति देश के लगभग सभी राज्यों में अलग - अलग सांस्कृतिक रूपों में मनाई जाती है। 

आइए जानते हैं कि मकर संक्रांति के बारे में रोचक तथ्‍य।



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★1. मकर संक्रांति का अर्थ : मकर संक्रांति में 'मकर' शब्द मकर राशि को इंगित करता है जबकि 'संक्रांति' का अर्थ संक्रमण अर्थात प्रवेश करना है। 

मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। 

एक राशि को छोड़कर दूसरे में प्रवेश करने की इस विस्थापन क्रिया को संक्रांति कहते हैं। 

चूंकि सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है इसलिए इस समय को 'मकर संक्रांति' कहा जाता है।
 
★2. वर्ष में होती है 12 संक्रांतियां : 

पृथ्वी साढ़े 23 डिग्री अक्ष पर झुकी हुई सूर्य की परिक्रमा करती है तब वर्ष में 4 स्थितियां ऐसी होती हैं ।

जब सूर्य की सीधी किरणें 21 मार्च और 23 सितंबर को विषुवत रेखा, 21 जून को कर्क रेखा और 22 दिसंबर को मकर रेखा पर पड़ती है। 

वास्तव में चन्द्रमा के पथ को 27 नक्षत्रों में बांटा गया है जबकि सूर्य के पथ को 12 राशियों में बांटा गया है। 

भारतीय ज्योतिष में इन 4 स्थितियों को 12 संक्रांतियों में बांटा गया 

★है जिसमें से 4 संक्रांतियां महत्वपूर्ण होती हैं-

 मेष, तुला, कर्क और मकर संक्रांति।
 

★3. इस दिन से सूर्य होता है उत्तरायन : चन्द्र के आधार पर माह के 2 भाग हैं- 

कृष्ण और शुक्ल पक्ष। 

इसी तरह सूर्य के आधार पर वर्ष के 2 भाग हैं- 

उत्तरायन और दक्षिणायन। 

इस दिन से सूर्य उत्तरायन हो जाता है। 

उत्तरायन अर्थात इस समय से धरती का उत्तरी गोलार्द्ध सूर्य की ओर मुड़ जाता है, तो उत्तर ही से सूर्य निकलने लगता है। 

इसे सोम्यायन भी कहते हैं। 

6 माह सूर्य उत्तरायन रहता है और 6 माह दक्षिणायन। 

मकर संक्रांति से लेकर कर्क संक्रांति के बीच के ★6 मास के समयांतराल को उत्तरायन कहते हैं।
 


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★भगवान श्रीकृष्ण ने भी उत्तरायन का महत्व बताते हुए गीता में कहा है कि उत्तरायन के 6 मास के शुभ काल में जब सूर्यदेव उत्तरायन होते हैं और पृथ्वी प्रकाशमय रहती है ।

तो इस प्रकाश में शरीर का परित्याग करने से व्यक्ति का पुनर्जन्म नहीं होता ।

ऐसे लोग ब्रह्म को प्राप्त होते हैं। 

यही कारण था कि भीष्म पितामह ने शरीर तब तक नहीं त्यागा था, जब तक कि सूर्य उत्तरायन नहीं हो गया।

★4. फसलें लहलहाने लगती हैं : इस दिन से वसंत ऋतु की भी शुरुआत होती है और यह पर्व संपूर्ण अखंड भारत में फसलों के आगमन की खुशी के रूप में मनाया जाता है। 

खरीफ की फसलें कट चुकी होती हैं और खेतों में रबी की फसलें लहलहा रही होती हैं। 

खेत में सरसों के फूल मनमोहक लगते हैं।
 
★5. संपूर्ण भारत का पर्व : 

मकर संक्रांति के इस पर्व को भारत के अलग - अलग राज्यों में वहां के स्थानीय तरीकों से मनाया जाता है। 

दक्षिण भारत में इस त्योहार को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। 

उत्तर भारत में इसे लोहड़ी, खिचड़ी पर्व, पतंगोत्सव आदि कहा जाता है। 

मध्यभारत में इसे संक्रांति कहा जाता है। 

पूर्वोत्तर भारत में बिहू नाम से इस पर्व को मनाया जाता है।
 
★6. तिल-गुड़ के लड्डू और पकवान : 

सर्दी के मौसम में वातावरण का तापमान बहुत कम होने के कारण शरीर में रोग और बीमारियां जल्दी लगती हैं ।

इस लिए इस दिन गुड़ और तिल से बने मिष्ठान्न या पकवान बनाए, खाए और बांटे जाते हैं। 

इनमें गर्मी पैदा करने वाले तत्वों के साथ ही शरीर के लिए लाभदायक पोषक पदार्थ भी होते हैं। 

उत्तर भारत में इस दिन खिचड़ी का भोग लगाया जाता है। 

गुड़-तिल, रेवड़ी, गजक का प्रसाद बांटा जाता है।

 ★7. स्नान, दान, पुण्य और पूजा : माना जाता है कि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनिदेव से नाराजगी त्यागकर उनके घर गए थे । 

इस लिए इस दिन पवित्र नदी में स्नान, दान, पूजा आदि करने से पुण्य हजार गुना हो जाता है। 

इस दिन गंगासागर में मेला भी लगता है। 

इसी दिन मलमास भी समाप्त होने तथा शुभ माह प्रारंभ होने के कारण लोग दान - पुण्य से अच्छी शुरुआत करते हैं। 

इस दिन को सुख और समृद्धि का माना जाता है।
 
★8. पतंग महोत्सव का पर्व : 

यह पर्व 'पतंग महोत्सव' के नाम से भी जाना जाता है। 

पतंग उड़ाने के पीछे मुख्य कारण है कुछ घंटे सूर्य के प्रकाश में बिताना। 

यह समय सर्दी का होता है और इस मौसम में सुबह का सूर्य प्रकाश शरीर के लिए स्वास्थवर्द्धक और त्वचा व हड्डियों के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। 

अत: उत्सव के साथ ही सेहत का भी लाभ मिलता है।

 ★9. ऐतिहासिक तथ्‍य : 

हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति से देवताओं का दिन आरंभ होता है, जो आषाढ़ मास तक रहता है। 

महाभारत काल में भीष्म पितामह ने अपनी देह त्यागने के लिए मकर संक्रांति का ही चयन किया था। 

मकर संक्रांति के दिन ही गंगाजी भगीरथ के पीछे - पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होती हुई सागर में जाकर मिली थीं। 

महाराज भगीरथ ने अपने पूर्वजों के लिए इस दिन तर्पण किया था इसलिए मकर संक्रांति पर गंगासागर में मेला लगता है।
 
◆इसी दिन सूर्य अपने पुत्र शनि के घर एक महीने के लिए जाते हैं, क्योंकि मकर राशि का स्वामी शनि है। 

इस दिन भगवान विष्णु ने असुरों का अंत करके युद्ध समाप्ति की घोषणा की थी। 

उन्होंने सभी असुरों के सिरों को मंदार पर्वत में दबा दिया था।

इस लिए यह दिन बुराइयों और नकारात्मकता को खत्म करने का दिन भी माना जाता है।
 
★10. वार युक्त संक्रांति : ये बारह संक्रान्तियां सात प्रकार की, सात नामों वाली हैं ।

जो किसी सप्ताह के दिन या किसी विशिष्ट नक्षत्र के सम्मिलन के आधार पर उल्लिखित हैं ।

वे ये हैं- मन्दा, मन्दाकिनी, ध्वांक्षी, घोरा, महोदरी, राक्षसी एवं मिश्रिता।

घोरा रविवार, मेष या कर्क या मकर संक्रान्ति को, ध्वांक्षी सोमवार को, महोदरी 
मंगल को, मन्दाकिनी 
बुध को, मन्दा 
बृहस्पति को, मिश्रिता 
शुक्र को एवं राक्षसी 
शनि को होती है।

कोई संक्रान्ति यथा मेष या कर्क आदि क्रम से मन्दा, मन्दाकिनी, ध्वांक्षी, घोरा, महोदरी, राक्षसी, मिश्रित कही जाती है, यदि वह क्रम से ध्रुव, मृदु, क्षिप्र, उग्र, चर, क्रूर या मिश्रित नक्षत्र से युक्त हों।
 
★11. नक्षत्र युक्त संक्रांति : 27 या 28 नक्षत्र को सात भागों में विभाजित हैं- 

ध्रुव (या स्थिर)- उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपदा, रोहिणी, 

मृदु - अनुराधा, चित्रा, रेवती, मृगशीर्ष, 

क्षिप्र ( या लघु ) - हस्त, अश्विनी, पुष्य, अभिजित, 

उग्र- पूर्वाफाल्गुनी, पूर्वाषाढ़ा, पूर्वाभाद्रपदा, भरणी, मघा, 

चर - पुनर्वसु, श्रवण, धनिष्ठा, स्वाति,

शतभिषक क्रूर ( या तीक्ष्ण ) - मूल, ज्येष्ठा, आर्द्रा, आश्लेषा,

मिश्रित ( या मृदुतीक्ष्ण या साधारण ) - कृत्तिका, विशाखा। 

उक्त वार या नक्षत्रों से पता चलता है कि इस बार की संक्रांति कैसी रहेगी।
 
★12.देवताओं का दिन प्रारंभ :

 हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति से देवताओं का दिन आरंभ होता है, जो आषाढ़ मास तक रहता है। 

कर्क संक्रांति से देवताओं की रात प्रारंभ होती है। 

अर्थात देवताओं के एक दिन और रात को मिलाकर मनुष्‍य का एक वर्ष होता है। 

मनुष्यों का एक माह पितरों का एक दिन होता है।

उनका दिन शुक्ल पक्ष और रात कृष्ण पक्ष होती है।
 
★13. सौर वर्ष का दिन प्रारंभ : इसी दिन से सौर वर्ष के दिन की शुरुआत मानी जाती है। 

हालांकि सौर नववर्ष सूर्य के मेष राशि में जाने से प्रारंभ होता है। 

सूर्य जब एक राशि ने निकल कर दूसरी राशि में प्रवेश करता है तब दूसरा माह प्रारंभ होता है। 

12 राशियां सौर मास के 12 माह है।

दर असल, हिन्दू धर्म में कैलेंडर सूर्य, चंद्र और नक्षत्र पर आधारित है। 

सूर्य पर आधारित को सौरवर्ष, चंद्र पर आधारित को चंद्रवर्ष और नक्षत्र पर आधारिक को नक्षत्र वर्ष कहते हैं। 

जिस तरह चंद्रवर्ष के माह के दो भाग होते हैं- 

शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष, उसी तरह सौर्यवर्ष के दो भाग होते हैं- उत्तरायण और दक्षियाण ! 

यह उत्तरायण का सूर्य वर्ष होता है!



मकर संक्रांति इस बार 14 जनवरी में है, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि*

मकर संक्रांति का पर्व धर्म कर्म की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना गया है ।

इस दिन पवित्र समुद्र संगम या नदी में स्नान और दान करना बेहद श्रेष्ठ माना गया है।

वर्ष 2021 में मकर संक्रांति कब है जानते हैं*

ज्योतिषाचार्य पं. प्रभु राज्यगुरु ने बताया कि धनु राशि में इस समय सूर्य देव गोचर कर रहे हैं ।

सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति कहा जाता है ।

सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते है तो इस राशि परिवर्तन को मकर संक्रांति कहा जाता है ।

इस वर्ष मकर संक्रांति 14 जनवरी में है।

*मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त*

पौष / माह मास  चल रहा है, मकर संक्रांति पौष / महा मास का प्रमुख पर्व है ।

इस दिन माघ मास का आरंभ होता है ।

इस वर्ष मकर संक्रांति पर पूजा पाठ, स्नान और दान के लिए सुबह 8.30 बजे से शाम 5.46 तक पुण्य काल रहेगा.!

*मकर राशि में 5 ग्रहों का संयोग*

मकर संक्रांति पर मकर राशि में कई महत्वपूर्ण ग्रह एक साथ गोचर करेंगे ज्योतिषाचार्य पं. प्रभु  राज्यगुरु  ने बताया कि इस दिन सूर्य, शनि, गुरु, बुध और चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे जोकि एक शुभ योग का निर्माण करते हैं ।

इसी लिए इस दिन किया गया दान और स्नान जीवन में बहुत ही पुण्य फल प्रदान करता है और सुख समृद्धि लाता है।

पूजा विधि ओर दान




स्नान दिन सुबह उठ कर स्नान करना चाहिए ।

यदि पवित्र नदी में स्नान करना संभव न हो तो घर में जिस जल से स्नान करें उसमें गंगाजल की कुछ बूंदें मिला लें ज्योतिषाचार्य  पं. प्रभु राज्यगुरु जी  के अनुसार स्नान के बाद पूजा आरंभ करें, 

सूर्य देव समेत सभी नव ग्रहों की पूजा करें ।

इसके बाद जरूरतमंदों को दान दें, इस पर्व पर खिचड़ी का सेवन करना भी उत्तम माना गया है । 

इस लिए इस पर्व को खिचड़ी का पर्व भी कहा जाता है । 

खिचड़ी का दान भी किया जाता है।

जातक के जीवन का मकर संक्रांति के ग्रहों का फल :::

 मकर राशिफल 2021 की शुरुआत धमाकेदार होने वाली है क्योंकि राशि का स्वामी शनि अपनी ही राशि मकर में केंद्र के स्वामी बृहस्पति के साथ एक केंद्र त्रिकोण का राजयोग बना रहे हैं। 

सूर्य का धनु राशि में प्रवेश कर सुख भाव में बैठना एक बुधादित्य योग बनाएगा। 

कार्यक्षेत्र वालों के लिए समय शुभ संकेत दे रहा है। 

कार्यक्षेत्र में उन्नति का योग बनेगा। 

व्यापार वालों के लिए भी बहुत अच्छा समय रहेगा। 

व्यापार का विस्तार होगा। 

व्यापारिक साझेदारी भी हो सकती है। 

फाइनेंस वालों के लिए भी यह समय बहुत अच्छा कह सकते हैं। 

प्रेमी जातकों के लिए भी अच्छा समय रहेगा। 

जो जातक साथी की तलाश में हैं उनकी तलाश इस वर्ष समाप्त हो सकती है। 

वैवाहिक जीवन वालों के लिए भी अच्छा समय दिखायी दे रहा है। 

विद्यार्थियों के लिए भी यह समय बहुत अच्छा है। 

परिश्रम करने पर सफलता मिल सकती है।

मकर राशिफल 2021  के अनुसार फरवरी का महीना भी मकर राशि वालों के लिए अच्छा रहेगा इसके आसार नजर आ रहे हैं। 

क्योंकि राशि का स्वामी मकर में सुख के घर में लग्नेश के साथ 4 ग्रहों की युति बनाएंगे, जिसके चलते चतुर ग्रही राजयोग बनेगा। 

जो आपके वित्त व व्यापार के लिए उत्तम समय रहेगा। 

आपको धन लाभ होगा। 

पैतृक संपत्ति भी मिल सकती है। 

पूर्व में किए निवेश से लाभ मिल सकता है। 

व्यापार में आयी मंदी इस समय दूर होगी। 

प्रेमियों के लिए भी अच्छा समय रहेगा। 

साथी का साथ मिलेगा। 

धन लाभ होने की भी पूरी संभावना दिखायी दे रही है। 

विद्यार्थियों के लिए भी अच्छा योग दिखायी दे रहा है। 

सफलता मिलने की पूरी संभावना है। 

स्वास्थ्य के लिए भी समय ठीक रहेगा। 

सेहत को लेकर अधिक चिंता न करें।

मकर राशिफल 2021 के मार्च का महीना मकर राशि वालों के लिए एक बहुत अच्छा जाने वाला होगा क्योंकि राशि का स्वामी शनि पराक्रम भाव में स्थित है। 

पराक्रम में वृद्धि मन में एनर्जी उत्साह का योग है। 

मकर जातक आपको अपने कार्य क्षेत्र में निरंतर वृद्धि होता दिखायी देगा। 

व्यापार वालों के लिए समय प्रयास के बाद सफलता दिलाने वाला है। 

आपके मन में कर्मचारियों के प्रति दोष के कारण बिजनेस में उतार - चढ़ाव आ सकता है। 

जो जातक अपने सेहत को लेकर चिंतित हैं वे स्वास्थ्य को लेकर इस माह में अधिक परेशान न हों। 

विद्यार्थियों के लिए भी समय अच्छा है। आपको सफलता मिल सकती है। 

परंतु इसके लिए आपको परिश्रम करने की आवश्यकता होगी। 

प्यार व परिवार के लिए समय सामान्य रहेगा। 

लेकिन आप अपने सूझबूझ से इसे बेहतर बना सकते हैं। 
वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी के बीच में कुछ समस्याएं आ सकती हैं।

अप्रैल का महीना भी मकर राशि वालों के लिए अन्य दिनों के मुकाबले अच्छा दिखायी दे रहा है। 

क्योंकि राशि का स्वामी शनि धन के स्थान में धनेश व लग्नेश के साथ स्थित बैठा होगा। 

जिसका प्रभाव आपके वित्त व कार्यक्षेत्र लिए सकारात्मक रहने वाला है। 

ऐसे में धन पक्ष मजबूत होगा। साथ ही आपके कार्य व व्यापार के लिए भी यह समय शुभ साबित होगा। 

सूर्य गोचर करके मीन राशि में उच्च शुक्र के साथ सुख के स्थान में विराजमान होंगे। 

जो आपके लिए सुख संबंधी योग बनाएंगे। 

वैवाहिक जीवन वालों के लिए भी दूसरे तिमाही का यह चरण अनुकूल रहने वाला है। 

प्यार के लिए भी यह समय यादगार साबित हो सकता है। 

जो जातक साथी की तलाश में हैं उनके लिए भी समय सही है। 

धन का अच्छा योग है। लाभ हो सकता है। 

पूर्व में किए कुछ निवेश से आप धन अर्जित कर सकते हैं। 

विदेश जाने का प्रयास अगर कर रहे हैं तो उसमें सफलता मिलने की संभावना अधिक बन रही है।

मई का महीना भी मकर राशि वालों के लिए कुछ सौगात लेकर आने वाला है, क्योंकि राशि का स्वामी शनि लग्न में लग्नेश होकर स्थित हैं। 

ऐसे में नौकरी करने वालों के लिए समय बहुत अच्छा रहेगा। 

करियर में ग्रोथ मिल सकता है। 

लेकिन व्यापार करने वालों के लिए समय थोड़ा उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। 

इसका कारण है कि मकर राशिफल 2021  के पत्रिका में इस समय शनि की दृष्टि आपके व्यापार घर व लाभ घर पर पड़ेगी। 

जिससे काम में सफलता मिलने में कुछ अधिक समय लग सकता है। 

परंतु कुछ राहत की भी बात है। 

सूर्य का राशि परिवर्तन कर मेष में आना सुख के घर में बैठना साथ ही सुख के घर में शुक्र बुध का संबंध केंद्र त्रिकोण का राजयोग बनाएगा। 

सुख संबंधित चीजों को देने वाला होगा यानी की आपकी समस्याएं कम होंगी। 

स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। 

धन के लिए अच्छा समय है। 

विद्यार्थियों के लिए भी अच्छा समय कह सकते हैं। 



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वैवाहिक जीवन वालों के लिए उतार - चढ़ाव का समय रहेगा, दोनों के बीच में छोटी - छोटी बातों पर मतभेद का योग बनाता दिख रहा है। 

मन में एक दूसरे के प्रति शंका करने से घर में अशांति बनी रह सकती है।

दूसरे तिमाही का अंतिम चरण, जून का महीना भी मकर राशि वालों के लिए बहुत अच्छा नहीं कह सकते ।

क्योंकि इस महीने में शनि जो राशि का स्वामी है वे बारहवें घर में चंद्रमा के साथ एक विष बनाएंगे। 

इस समय क्योंकि शनि वक्री हैं और कार्य क्षेत्र को देख रहे हैं तो कार्यक्षेत्र वालों के लिए भी समय संघर्ष वाला हो सकता है। 

कार्यों में असफलता से साथ स्वास्थ्य की दृष्टि से भी समय को बहुत अच्छा नहीं कह सकते है। 

ऐसे में इस समय आपको धैर्य व सतर्कता से काम करना होगा। 

मकर जातकों के लिए समय बलेगा जब सूर्य राशि परिवर्तन कर वृष राशि में आएंगे और सुख के घर में बैठेंगे। 

जिससे सुख संबंधी योग बनेगा। लेकिन मन में आत्मबल व आत्मविश्वास की कमी भी रहेगी। 

क्योंकि सूर्य वहां पर राहु के साथ है राहु सूर्य का एक साथ आना ग्रहण योग बना देता है। 

विद्यार्थियों के लिए समय को बहुत अच्छा कह सकते हैं। 

शुक्र और मंगल का पंचम भाव, प्रेम के घर में एक बहुत अच्छा योग बन रहा है जो आपके प्रेमी व वैवाहिक जातकों के लिए बेहतरीन रहेगा। 

बृहस्पति 20 जून को वक्री हो जाएंगे लेकिन वक्री बृहस्पति भी अच्छा फल देते हैं।

तीसरे तिमाही का पहला चरण भी मकर राशिफल 2021 , के मुताबिक बहुत अच्छा जाने वाला है। 

राशि स्वामी शनि लाभेश होकर के लाभ स्थान में स्थित होंगे। 

सूर्य का भी राशि परिवर्तन कर मिथुन राशि में सुख के घर में आना कार्य क्षेत्र को देखना कार्य में उन्नति के साथ बड़े अधिकारियों से सराहना दिलाने वाला होगा। 

व्यापार करने वालों के लिए बहुत अच्छा समय है। 

आपको लाभ होगा। 

व्यापार को बढ़ाने की योजना पर काम कर सकते हैं। 

कार्यक्षेत्र का स्वामी बृहस्पति का 12 वें घर में जाना एक लांछन संबंधी योग बनाएगा। 

कार्यक्षेत्र वालों के लिए यह समय सतर्क रहने का होगा। 

किसी पर भी विश्वास करने का मतलब नुकसान उठाना है। 

शनि की वक्र दृष्टि भाग्य पर पड़ना आपके भाग्य के लिए सही नहीं है। 

भाग्य साथ नहीं देगा जिसके कारण मन अशांत भी रहेगा।

 2021 का अगस्त माह, मकर राशि वालों के लिए बहुत अच्छा जाने वाला होगा क्योंकि राशि का स्वामी शनि कर्मेश होकर के कर्म स्थान में स्थित कार्यक्षेत्र वालों के लिए सफलता, इंक्रीमेंट व प्रमोशन का योग का योग बनाएगा। 

व्यायार में भी विस्तार होगा। 

सूर्य का गोचर कर कर्क राशि में बुध के साथ सुख के घर में बैठना एक बुधादित्य योग बना रहा है। 

जो वैवाहिक जीवन के लिए बहुत अच्छा समय लाएगा। 

धन के लिए भी अच्छा समय दिखायी दे रहा है। 

रूका धन मिलने की प्रबल संभावना है। 

विदेश जाने के लिए अगर प्रयास कर रहे हैं तो प्रयासों में सफलता का योग बनेगा।

सितंबर का महीना भी मकर राशि वालों के लिए अच्छा ही रहेगा क्योंकि सूर्य की राशि परिवर्तन कर सिंह राशि अपने ही घर में आ जाएगा। 

इसके साथ पराक्रम का स्वामी होकर लाभेश के साथ बैठना एक लाभ संबंधी योग आपके लिए बनाएगा। 

व्यापार करने वालों के लिए भी अच्छा समय बनाता दिखायी दे रहा है। 

क्योंकि सुख के घर में शुक्र और बुध का एक नीच भंग राजयोग व केंद्र त्रिकोण राजयोग बनाना बहुत अच्छा समय को देने वाला योग है। 

प्यार के लिए अच्छा समय रहेगा। 

आपके संबंध और भी प्रगाढ़ होंगे। 

वैवाहिक जातकों के लिए समय बदलाव का होगा। 

परेशानियां कम होंगी। 

साथी के साथ विवाद खत्म हो सकता है। 

धन के लिए एक अच्छा समय कह सकते हैं परंतु स्वास्थ्य की दृष्टि से उतार - चढ़ाव वाला ही समय रहेगा। 

सेहत को लेकर गंभीर रहें।

अक्टूबर का महीना भी इस राशि वालों के लिए बहुत अच्छा जाने वाला होगा ।

क्योंकि राशि का स्वामी शनि का भाग्य का स्वामी होना और सूर्य का भी गोचर करके कन्या राशि में मंगल के साथ बैठना लाभ संबंधी योग बनाएगा। 

व्यापार या कार्यक्षेत्र वालों के लिए समय थोड़ा सा संघर्ष करने वाला रहेगा क्योंकि अक्टूबर में शनि और बृहस्पति एक साथ आ जाएंगे। 

शनि का कुंभ राशि से मार्गी होकर के मकर राशि में आना वैवाहिक जीवन में भी उतार - चढ़ाव व एक संघर्षमय स्थिति बना सकता है। 

स्वास्थ्य की दृष्टि से भी समय को बहुत अच्छा नहीं कह सकते हैं। 

धन के लिए एक अच्छा योग बनता नजर आ रहा है।

नवंबर का समय मकर राशि वालों के व्यापार को पटरी पर लाने वाला रहेगा। 

क्योंकि राशि का स्वामी शनि व्यापार घर में बृहस्पति के साथ एक केंद्र त्रिकोण का राजयोग बनाएंगे। 

जो व्यापार को विस्तार देने में सहयोग करेगा। 

सूर्य मंगल का राशि परिवर्तन कर तुला राशि में सुख के घर में आना कार्यक्षेत्र वालों के लिए थोड़ा अच्छा कह सकते हैं। 

इस समय आपको अपने परिश्रम से ही सफलता मिल सकती है। 

किसी भी तरह की लापरवाही आपको भारी पड़ सकती है। 

अंतिम तिमाही का यह मध्य चरण आपके प्रेम पक्ष के लिए भी सही रहेगा। 

परंतु वैवाहिक जीवन व परिवार के लिए थोड़ा तनाव ला सकता है। 

धैर्य से काम लें।

वर्ष का अंतिम समय भी मकर जातकों के लिए अच्छा जाने वाला होगा । 

परंतु व्यापार करने वालों के लिए यह समय थोड़ा सा उतार - चढ़ाव वाला ही बना रहेगा ।

 क्योंकि व्यापार के घर में बृहस्पति का अकेला बैठना घर को कमजोर बनाएगा। 

कार्यक्षेत्र वालों के लिए समय अच्छा कह सकते हैं क्योंकि सूर्य का राशि परिवर्तन कर वृश्चिक राशि में आना बुध के साथ एक आदित्य योग बना देगा। 

लाभ संबंधी योग, कार्यक्षेत्र में वृद्धि, इंक्रीमेंट व प्रमोशन का योग बनेगा। 

फाइनेंस के लिए भी इस समय को बहुत अच्छा कह सकते हैं। 

पूर्व निवेश से आपको काफी लाभ होगा। 

प्रेमियों के लिए समय अच्छा है। 

साथी से साथ कहीं घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं। 

वैवाहिक जीवन वालों के लिए थोड़ा उतार - चढ़ाव वाला हो सकता है। 

विद्यार्थियों के लिए भी उत्तम समय रहेगा। 

कुल मिलाकर आपके लिए साल 2021 कई रंगों वाला होगा।

कुम्भ राशिफल के अनुसार ये वर्ष कुंभ राशि के जातकों के लिए कई महत्वपूर्ण परिवर्तन लेकर आने वाला है। 

इस वर्ष की शुरुआत में आपको कार्यक्षेत्र पर भरपूर सफलता मिलेगी। 

विशेष रूप से सितंबर और दिसंबर का माह आपके लिए कई लाभ लेकर आने वाला है। 

व्यापारी वर्ग को भी इस समय अच्छा लाभ मिलने के योग बनते दिखाई दे रहे हैं। 

हालांकि आपको जून और जुलाई के मध्य दूसरों पर भरोसा करने से बचना होगा अन्यथा आपको आगे चलकर परेशानी उठानी पड़ सकती है। 

भविष्यफल 2021 के अनुसार आर्थिक जीवन के लिए ये वर्ष उतार चढ़ाव से भरे परिणाम देगा ।

क्योंकि शनि और गुरु देव की युति आपके अनचाहे ख़र्चों में वृद्धि करने का कार्य करेगी जिससे आप न चाहते हुए भी अपने ख़र्चों पर लगाम लगाने में सफल नहीं होंगे। 

इस दौरान आपको लेन - देन के किसी भी फैसले को लेते समय विशेष सावधानी बरतनी होगी अन्यथा धन हानि के भी योग बन रहे हैं।

शिक्षार्थियों की बात करें तो उनके लिए वर्ष बेहद अनुकूल रहने वाला है। 

आपको इस वर्ष अपनी मेहनत का फल मिलेगा ।

लेकिन प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लगे छात्रों को शनि देव अभी थोड़ा और इंतजार कराएँगे। 

छात्रों को इस समय अपने शिक्षकों का साथ मिलेगा जिससे वो हर विषय को समझने में सक्षम होंगे। 

पारिवारिक जीवन की बात करें तो उसमें आपको इस वर्ष कम अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। 

आपको अपने परिवार से किसी कारणवश दूर जाना पड़ेगा, जहाँ आप खुद को असहज महसूस करेंगे। 

पिता को भी इस वर्ष कोई पुराना रोग परेशान कर सकता है , जिससे आपका मानसिक तनाव बढ़ेगा।

आपके लिए वैदिक ज्योतिष के पूर्वानुमान की बात करें तो शादीशुदा जातकों के लिए ये वर्ष अच्छा रहेगा। 

आपको अपने जीवनसाथी का साथ मिलेगा जिससे आप धन के साथ - साथ मान - समान भी हासिल करने में कामयाब रहेंगे। 

इस समय आप दोनों के बीच का हर विवाद व झगड़ा भी खत्म होगा। 

वहीं संतान को भाग्य का साथ मिलने से वो पढ़ाई - लिखाई व कार्यक्षेत्र में अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर पाएगी। 

प्रेम जीवन की बात करें तो उसके लिए समय बेहद उत्तम नज़र आ रहा है। 

आप अपने प्रियतम संग अपने रिश्ते को और मजबूत बनाने की ओर अधिक प्रयासरत होंगे जिससे वर्ष के मध्य के बाद आपके प्रेम विवाह के योग बनेंगे। 

वर्ष की शुरुआत में आपके प्रेमी को किसी कारण वश आपसे दूर जाना पड़ेगा। 

ऐसे में उनसे समय - समय पर संवाद कायम रखें और अपने दिल की बात भी उन्हें बताते रहें।

ग्रहों की गोचर की वजह से स्वास्थ्य के लिहाज से ये वर्ष कुम्भ राशि के लोगों के लिए सामान्य से कम अच्छा रहने वाला है ।

क्योंकि शनि देव की दृष्टि आपको समय - समय पर कुछ छोटी - छोटी परेशानी देती रहेगी ।

जिनका उपचार करना आपके लिए बेहद ज़रूरी होगा। 

कुंभ राशिफल 2021 बताता है कि वर्ष 2021 करियर के लिए थोड़ा परेशानी उत्पन्न करने वाला रहेगा। 

आपको इस पूरे ही वर्ष कई प्रकार की उतार-चढ़ाव भरी स्थितियों से गुजरना होगा। 

साथ ही संयम के साथ आगे बढ़ना आपको इस वर्ष सीखना होगा। 

शुरुआत में कार्यक्षेत्र में आपके सहकर्मी आपको पूरा सहयोग देंगे, जिससे आप हर कार्य को समय रहते पूरा कर सकेंगे। 

जो जातक नौकरी बदलने के बारे में सोच रहे थे उनके लिए जनवरी तथा अप्रैल और मई का महीना सबसे ज्यादा उत्तम रहने वाला है। 

इस दौरान आप अपनी मन पसंद की नौकरी पा सकेंगे।

आपको जून से जुलाई के मध्य विशेष सावधानी रखने की ज़रूरत होगी ।

क्योंकि मंगल के षष्ठ भाव में जाने से ऐसी संभावना बन रही है कि इस समय आपके विरोधी सक्रिय रहेंगे और कार्य क्षेत्र पर आपको परेशान करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। 

आपके लिए इस पूरे ही वर्ष जुलाई के अंतिम सप्ताह से लेकर सितंबर तक का समय बेहद शुभ रहने वाला है। 

इस समय आपको भाग्य का साथ मिलेगा और आपकी उन्नति व प्रगति होगी। 

अक्टूबर के महीने में आपका कोई ट्रांसफर हो सकता है। 

वर्ष का अंतिम माह दिसंबर भी आपके लिए विशेष सफलता लेकर आने वाला है। 

व्यापारी वर्ग के जातकों को कार्य से संबंधित कई यात्राओं पर जाने का मौका मिलेगा। 

व्यापारी वर्ग के लिए राशिफल 2021 सबसे अधिक जुलाई और अगस्त तथा दिसंबर का महीना लाभदायक बता रहा है। 

ऐसे में इस समय अपनी मेहनत और प्रयास जारी रखें।

कुम्भ राशिफल 2021 के मुताबिक कुम्भ राशि को इस वर्ष अपने आर्थिक जीवन में थोड़े कम अनुकूल परिणाम हासिल होंगे ।

क्योंकि इस वर्ष की शुरुआत से अंत तक कर्मफल दाता शनि देव आपकी राशि से द्वादश भाव में विराजमान होंगे ।

जिससे आपकी आर्थिक स्थिति कुछ कमज़ोर बनेगी। 

इस समय आपके ख़र्चों में अचानक से वृद्धि दर्ज की जाएगी, जिसे न चाहते हुए भी आप कम नहीं कर सकेंगे। 

अगर समय रहते आपने अपने ख़र्चों को नियंत्रित नहीं किया तो आगे चलकर आपकी आर्थिक स्थिति काफी हद तक डांवाडोल हो सकती है। 

ये कष्टदायक स्थिति जनवरी से अप्रैल तक बनी रहेगी। 

इस दौरान गुरु बृहस्पति भी अप्रैल तक आपकी राशि से इसी भाव में विराजमान होंगे ।

जिससे आप आर्थिक तौर पर खुद को संभालने की कोशिश करते भी दिखाई देंगे।

इसके बाद सितंबर के मध्य तक ग्रहों की स्थिति बदलने से आपकी आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार आएगा ।

लेकिन जब तक आप धन को संचय कर पाने के बारे में विचार करेंगे, तब तक आपके ख़र्चों में दोबारा वृद्धि हो जाएगी। 

विशेष रूप से 15 सितंबर से 15 नवंबर के बीच आप धार्मिक कार्यों और परोपकार के कामों में अधिक धन खर्च करते दिखाई देंगे। 

इस लिए इस साल आपको वर्ष भर अपनी आमदनी में कमी महसूस होगी लेकिन अगर आप शुरुआत से ही अपने धन को संचय करने की ओर ध्यान देंगे तो जनवरी, फरवरी, अप्रैल, माई की शुरुआत व सितंबर और दिसंबर के महीने में आप आर्थिक जीवन को थोड़ा बेहतर बना सकेंगे।

कुम्भ राशिफल 2021 के 
इस वर्ष शिक्षा के मामले में कुंभ राशि के जातकों को पहले से बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे। 

परीक्षा की तैयारी में लगे छात्रों को विशेष तौर पर अप्रैल के महीने में भरपूर सफलता मिलेगी, जिससे आपके विश्वास और पराक्रम में भी वृद्धि होगी। 

अप्रैल से बृहस्पति की दृष्टि पंचम भाव पर होने से छात्रों का मन इस पूरे ही वर्ष प्रफुल्लित रहेगा जिससे वो हर विषय को समझने में सक्षम होंगे। 

हालाँकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता पाने के लिए अभी और इंतजार करने की आवश्यकता होगी। 

ऐसे में हार न मानें और निरंतर प्रयास करते रहें क्योंकि शनि की दृष्टि आपसे इस वर्ष अधिक मेहनत कराएगी। 

राशिफल 2021 का इशारा यही है कि उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को भी अच्छे फल मिलेंगे। 

मुख्य रूप से जनवरी, फरवरी, अप्रैल और सितंबर का महीना आपके लिए भाग्यशाली साबित होगा। 

जो छात्र टेक्निकल पढ़ाई कर रहे हैं, उनके लिए वर्ष सामान्य ही रहेगा। 

वहीं मीडिया, इनफार्मेशन, टेक्नोलॉजी और आर्किटेक्चर की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को इस वर्ष के परिणाम पिछले वर्ष से बेहतर मिलेंगे।

कुम्भ राशिफल 2021 के अनुसार पारिवारिक जीवन पारिवारिक जीवन में कुम्भ राशि के जातकों को इस वर्ष थोड़ी परेशानी आ सकती है ।

क्योंकि इस पूरे ही वर्ष छाया ग्रह राहु आपकी राशि के चतुर्थ भाव में रहेगा, जिससे आपको कार्यक्षेत्र के किसी काम के चलते अपने घर से दूर जाना पड़ेगा। 

इस समय आप अपने परिवार को समय कम दे पाएंगे, जिससे आपके और उनके बीच दूरियाँ आने के योग बनेंगे। 

जो जातक किराए के मकान में रहते हैं उनके लिए समय थोड़ा बेहतर रहेगा। 

वहीं अपने परिवार व खुद के मकान में रहने वाले जातकों को घर से दूर यात्रा पर जाना पड़ सकता है। 

ग्रहों का संकेत है कि इस समय आप अपने परिवार पर खुलकर खर्च करेंगे, जिससे आपका अच्छा - खासा धन भी खर्च होगा।

राशिफल 2021 पारिवारिक दायित्वों के चलते भी धन खर्च बता रहा है और आप के ऊपर अतिरिक्त आर्थिक धन का बोझ बढ़ेगा। 

इस समय छोटे भाइयों को कुछ समस्या होगी, वहीं बड़े भाई - बहन से आपका किसी बात को लेकर विवाद संभव है। 

माता - पिता को भी कुछ स्वास्थ्य संबंधित परेशानी तकलीफ़ देगी, जिससे आपको मानसिक तनाव मिलेगा। 

ऐसे में आपके लिए बेहतर होगा कि जब भी समय मिले अपने परिवार के साथ उसे बिताएं और उनके साथ खुलकर बात करने का प्रयास करें।

कुम्भ राशिफल 2021 के अनुसार वैवाहिक जीवन एवं संतान

कुम्भ राशि के शादीशुदा जातकों को वर्ष 2021 में अच्छे परिणाम मिलेंगे। 

आपका दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा, साथ ही जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते में मधुरता आएगी। 

यदि जीवनसाथी नौकरी पेशा है या व्यवसाय करता है तो उन्हें अपने कार्य क्षेत्र में अच्छी सफलता मिलेगी, जिससे आप दोनों खुश नज़र आएँगे। 

इस दौरान यदि आप दोनों के बीच पूर्व का कोई विवाद चल रहा था तो इस समय वो भी हल हो जाएगा और आप दोनों कहीं घूमने जाने का प्लान करते दिखाई देंगे। 

आपको भी वर्ष की शुरुआत में यानि जनवरी में अपने जीवन साथी के माध्यम से कोई अच्छा लाभ मिल सकता है। 

हालांकि आपको विशेष रूप से अप्रैल से मई के मध्य सावधान रहने की ज़रूरत होगी अन्यथा जीवनसाथी और आपके बीच किसी बात को लेकर तनाव उत्पन्न हो सकता है। 

इसके अलावा आपके वैवाहिक जीवन के लिए जुलाई से अगस्त तक का समय भी थोड़ा कम अनुकूल दिखाई दे रहा है ।

क्योंकि इस समय में आपके सप्तम भाव का स्वामी ग्रह सूर्य षष्ठ भाव में गोचर करेगा उस पर शनि की पूर्ण दृष्टि होगी। 

ऐसे में कुछ भी बोलने से पहले ठीक से सोच - विचार करना आपके लिए ज़रूरी होगा अन्यथा साथी संग विवाद संभव है।

आपकी संतान की बात करें तो उसके लिए फरवरी से मार्च और फिर अप्रैल व जून का माह बेहद शुभ नज़र आ रहा है। 

जुलाई से अगस्त के समय में भी आपकी संतान को भाग्य का साथ मिलेगा, जिससे उनकी तरक्की होगी। 

साथ ही सितंबर के महीने में आप परिवार संग कही घूमने जाने का प्लान करेंगे। 

इस समय आपको जीवन साथी के माध्यम से अपने मान - सम्मान में भी वृद्धि महसूस होगी। 

ग़ौरतलब है कि शनि की दृष्टि आपकी संतान को बीच - बीच में स्वास्थ्य कष्ट भी देती रहेगी। 

ऐसी में आपको और जीवनसाथी को उनकी सेहत के प्रति ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत होगी।

कुम्भ राशिफल 2021 के अनुसार प्रेम जीवन सितारों की रौशनी में प्रेम जीवन के लिए ये वर्ष अनुकूल रहेगा क्योंकि आपका प्रियतम अपनी मीठी - मीठी बातों से आपको और आपके दिल को प्रसन्न रखने में सफल होगा। 

इस समय प्रेम की अधिकता रहेगी जिससे आप दोनों अपने इस रिश्ते में आगे बढ़ने के बारे में भी सोचते व कोई बड़ा निर्णय लेते दिखाई देंगे। 

अप्रैल से बृहस्पति का गोचर आपकी राशि होने से वह पंचम और सप्तम भाव को प्रभावित करेंगे जिसके परिणाम स्वरूप संभव है ।

कि आप प्रेम विवाह में बंधने का फैसला लें ।

जिसमें आपको सफलता साल के उत्तरार्ध में मिलने के योग बन रहे हैं। 

यूँ तो ये वर्ष ही आपके लिए अच्छा रहेगा लेकिन फिर भी आपको वर्ष की शुरुआत में मुख्य रूप से जनवरी और फरवरी के महीने में प्रियतम की बातों को समझने की ओर अधिक प्रयास करने की ज़रूरत होगी ।

क्योंकि संभव है कि उन्हें किसी काम से आपसे दूर जाना पड़े जिसके चलते आप उनसे नाराज़ हो सकते हैं।

कुम्भ राशिफल 2021 के अनुसार स्वास्थ्य

राशिफल 2021 आपको ये स्पष्ट संकेत दे रहा है कि इस वर्ष कुम्भ राशि के जातकों को सेहत से जुड़ी कुछ परेशानी दर्द दे सकती हैं ।

क्योंकि आपका राशि स्वामी शनि इस वर्ष पर्यंत आपकी राशि से द्वादश भाव में रहेगा जिससे आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कई तकलीफ़ परेशान करेंगी। 

संभावना है कि आपको पैरों में दर्द, गैस, एसिडिटी, जोड़ों में दर्द, अपाचे, सर्दी - जुकाम, जैसी समस्याएं साल भर परेशान करती रहें। 

इससे आप किसी भी कार्य में सही से मन नहीं लगा पाएंगे। 

इस समय आपको इन्हें छोटी परेशानी समझते हुए नज़र अंदाज़ न करते हुए समय से पहले ही किसी अच्छे डॉक्टर को दिखने की ज़रूरत होगी अन्यथा आगे चलकर ये परेशानी बड़े रोग में बदल सकती हैं। 

मुख्य रूप से आपको अपने स्वास्थ्य का अप्रैल से सितंबर के मध्य में विशेष ध्यान रखना होगा।

कुम्भ नौकरी राशिफल 2021
कुंभ राशि के वह जातक, जो नौकरी करते हैं ।

वर्ष की शुरुआत में कैरियर आपका साथ देगा यानि कि आपको अपनी नौकरी में अपने निजी प्रयासों से सफलता प्राप्त करने का मौका मिलेगा। 

हालांकि पूरा वर्ष उतार - चढ़ाव की स्थितियों से भरा रहने वाला है ।

इस लिए आपको पूरे धैर्य के साथ हर काम को करना होगा ताकि अपनी जॉब में अपना स्थान सिक्योर भी रख पाएं और धीरे -  धीरे प्रगति भी करें। 

इस वर्ष की अच्छी बात यह होगी कि आपको अपने सहकर्मियों अर्थात अपने साथ काम करने वाले लोगों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा जिसके परिणाम स्वरूप आप अपनी नौकरी में अच्छा प्रदर्शन कर पाने में कामयाब रहेंगे और उसी से आपको आने वाले समय में नौकरी में लाभ भी मिलेगा। 

इस वर्ष के दौरान अप्रैल और मई के महीने आपके लिए ज्यादा अनुकूल रहने की ओर इशारा करते हैं। 

अगर आप नौकरी बदलने का प्रयास करेंगे तो इस समय अवधि में कोई अच्छी नौकरी आपके हाथ लग सकती है। 
इसके पश्चात जून - जुलाई के मध्य में आपको अपने विरोधियों से सतर्क रहना होगा क्योंकि वह आपके खिलाफ कोई योजना बना सकते हैं और आप के वरिष्ठ अधिकारियों को आप के खिलाफ भड़का सकते हैं। 

उनसे बचकर रहेंगे और अपने काम में कोई कमी नहीं रखेंगे तो यह वर्ष आपको उन्नति देगा। 

आप को अक्टूबर के दौरान स्थानांतरण प्राप्त हो सकता है। 

वर्ष के अंतिम महीने अपेक्षाकृत ज्यादा अनुकूल रहेंगे।

कुम्भ बिजनेस राशिफल 2021
बिजनेस कर रहे जातकों के लिए यह समय बड़ा सावधानी से भरा रहेगा। 

इस वर्ष आपको वास्तव में अपनी कार्यकुशलता सिद्ध करने का मौका मिलेगा। 

कई चुनौतीपूर्ण स्थिति आएंगी, जब आपको ऐसा लगेगा कि आपका बिजनेस ढलान की ओर जा रहा है ।

लेकिन आप अपने कुछ मित्रों के सहयोग से और अपने अनुभव का प्रयोग करते हुए बिजनेस को फिर से जमाने में कामयाब रहेंगे। 

वर्ष के मध्य में अर्थात अप्रैल से सितंबर के बीच आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे और बिजनेस में स्टेबिलिटी आने के योग बनेंगे। 

अप्रैल का महीना आपको मजबूत बनाएगा और आप कठिन चुनौतियों को डट कर सामना करेंगे। 

अगस्त का महीना आपके लिए बेहतरीन रहेगा और इस दौरान आपको कोई बड़ा अवसर मिल सकता है जो आपके बिजनेस को चमका देगा। 

इस वर्ष आपको अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए बहुत यात्राएं करनी पड़ेंगी। 

जुलाई अगस्त और दिसंबर के महीने आपको बिजनेस में अच्छे परिणाम प्रदान करने वाले साबित होंगे। 

यह कहा जा सकता है कि वर्ष 2021 आपकी कड़ी परीक्षा लेगा और जो इस परीक्षा में पास होगा वही अपने बिजनेस में आगे बढ़ पाएगा।

कुम्भ प्रॉपर्टी एवं वाहन राशिफल 2021

इस वर्ष आपको प्रॉपर्टी को किराए पर देकर अच्छा लाभ प्राप्त करने के प्रबल योग बन रहे हैं। 

फरवरी के महीने में थोड़ा ध्यान रखें। 

आप की प्रॉपर्टी में कोई दिक्कत आ सकती है। 

चोरी होने या शार्ट सर्किट होने की समस्या हो सकती है। 

इस समय खंड में कोई भी प्रॉपर्टी का सौदा ना करें क्योंकि वह झगड़ों और समस्याओं से भरी होगी। 

थोड़ा धैर्य रखेंगे तो धीरे - धीरे स्थितियों में सुधार होगा। 

इस वर्ष के दौरान मई का महीना आपके लिए बेहतरीन साबित होगा और इस दौरान आप कोई खूबसूरत चमचमाती हुई गाड़ी अपने लिए खरीद सकते हैं । 

जिसमें ऐशो आराम के सभी संसाधन मौजूद होंगे और आपको एक लग्जरी गाड़ी खरीदने का मौका मिलेगा। 

इसी समय में आप कोई प्रॉपर्टी भी अर्जित कर सकते हैं क्योंकि यह समय आपको बहुत उन्नति देगा।

कुम्भ संतान राशिफल 2021
कुंभ राशि के जातकों की संतान वर्ष की शुरुआत में बड़ी बुद्धिमानी का परीक्षा देगी और जिस भी क्षेत्र में वे कार्यरत हैं । 

चाहे विद्यार्थी हों अथवा जॉब में हों, अपनी प्रतिभा से अपना स्थान बनाएंगे। 

फरवरी से अप्रैल और जून से अगस्त के दौरान आपकी संतान हर क्षेत्र में प्रगति करेगी। 

उनका भाग्य प्रबल होगा जो उनकी तरक्की में उनका साथ देगा। 

आप भी उनकी तरक्की से संतुष्ट नजर आएंगे और यह आपके चेहरे पर स्पष्ट रूप से नजर आएगा। 

वर्ष के अंतिम महीनों में संतान के साथ ही घूमने जाने के योग बनेंगे जिससे परिवार में प्रेम बढ़ेगा। 

आपको इस वर्ष उनकी संगति और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा क्योंकि यही दो समस्याएं उनको सही राह से भटका सकती हैं और उन्हें अकेला ना छोड़े क्योंकि ऐसे में उनके अंदर एकांत की भावना घर कर सकती है ।

जो कि उनकी प्रगति में बाधक होगी इस लिए अपनी ओर से सही परवरिश देने की कोशिश करें।

कुम्भ धन लाभ एवं व्यय राशिफल 2021

वर्ष 2021 आपको वेल्थ मैनेजमेंट करना सिखाएगा क्योंकि इस वर्ष अधिकांश रूप से आप के खर्चे बने रहेंगे। 

मतलब यह कि आपका कोई ना कोई खर्चा वर्ष भर लगा रहेगा जो आपकी आर्थिक स्थिति पर बार -  बार चोट करता रहेगा। 

हालांकि बीच - बीच में लाभ के अवसर भी आएंगे लेकिन खर्चे बने रहने से आप थोड़े चिंतित जरूर होंगे। 

ऐसे में वेल्थ मैनेजमेंट के गुण अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति को उन्नत बना सकते हैं। 

अप्रैल से सितंबर के दौरान आपको कुछ लाभ होने के योग बनेंगे। 

इस समय में आर्थिक स्थिति थोड़ा समय लेगी और आपको इसी समय का लाभ उठाना होगा और इस समय जो आपके पास आमदनी प्राप्त होती है ।

उसी को मैनेज करके आने वाले समय में आप खुद को आर्थिक तौर पर संभाल सकते हैं। 

सितंबर से नवंबर के बीच फिर से खर्चों में वृद्धि दिखाई देगी लेकिन यदि आप सावधानी रखेंगे तो नवंबर से आगे का समय आर्थिक तौर पर आपको कुछ अच्छे अवसर प्रदान कर सकता है। 

इस वर्ष आप अपनी साइड इनकम बढ़ाने के लिए कोई और काम भी साथ में आजमा सकते हैं।

कुम्भ राशिफल 2021 के अनुसार ज्योतिषीय उपाय
शुक्र ग्रह का रत्न हीरा अथवा उत्तम गुणवत्ता वाला ओपल किसी भी शुक्रवार के दिन धारण करें। 

इससे आपको अच्छे फलों की प्राप्ति होगी।

ये रत्न आप चाँदी की अंगूठी में अनामिका उंगली में ही पहनें।

यदि आपको स्वास्थ्य संबंधित कोई परेशानी है तो आप उसके लिए बिच्छू जड़ी अथवा धतूरे की जड़ को किसी भी शनिवार के दिन अपनी दाहिनी बाजू अथवा गले में धारण कर सकते हैं।

आपके लिए चार मुखी तथा सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना भी शुभ रहेगा।

रोज़ाना गाय को रोटी खिलाएँ व हर शनिवार पीपल के वृक्ष को बिना छुए जल चढ़ाएं।

शनिवार के दिन चींटियों को आटा डालना भी आपकी कई समस्याओं को दूर करेगा।

यदि आपका कोई कार्य बनते - बनते बिगड़ रहा है तो उसके लिए किसी दिव्यांग को भर पेट भोजन कराना आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा।

हर शुक्रवार माता महालक्ष्मी की उपासना व चालीसा का पाठ करें।

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कुंभ राशिफल 2021 के अनुसार, वर्ष 2021 कुम्भ राशि के जातकों के लिए सामान्य से अधिक अनुकूल और शुभ रहने वाला है। 

खासतौर से इस वर्ष आपका प्रेम जीवन सही दिशा में आगे बढ़ता दिखाई देगा।

हालाँकि, 2021 की शुरुआत में कुछ जातकों को किसी लंबी दूरी की यात्रा के कारण, अपने साथी से दूर जाना पड़ सकता है।

2. कुंभ राशि का चिन्ह क्या है?

कुंभ राशि का चिन्ह घड़ा लिए खड़ा व्यक्ति है।

3. कुंभ राशि की महिलाएं कैसी होती हैं?

कुंभ राशि की महिलाएं दूसरों से अधिक स्वतंत्र स्वभाव की होती है, जिन्हें अपने मन की करना पसंद होता है। 

वो हर परिस्थिति का सामना खुद ही करना चाहती हैं। 

क्योंकि उन्हें दूसरों पर भरोसा करने में संकोच होता है। 

वे कोई भी फैसला जल्दबाज़ी में न लेते हुए, सही से सोच - विचार करने में माहिर होती हैं।

4. कुंभ राशि की मित्र राशि क्या है?

कुंभ राशि की मित्र राशि वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला व मकर होती हैं।

5. कुंभ राशि के लिए अशुभ दिन कौन से हैं?

मंगलवार और रविवार का दिन कुंभ राशि वालों के लिए प्रतिकूल माना गया है।

6. कुंभ राशि वालों के लिए शुभ रत्न क्या है?

कुंभ राशि के जातकों के लिए नीलम रत्न धारण करना शुभ माना जाता है।

         !!!!! शुभमस्तु !!!

🙏हर हर महादेव हर...!!
जय माँ अंबे ...!!!🙏🙏

पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:- 
-: 1987 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science) 
" Opp. Shri Dhanlakshmi Strits , Marwar Strits, RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
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नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏

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