google() // Google's Maven repository https://www.profitablecpmrate.com/gtfhp9z6u?key=af9a967ab51882fa8e8eec44994969ec 1. आध्यात्मिकता के नशा की संगत और ज्योतिष : 09/29/20

amazon.in

https://www.amazon.in/HP-I7-13620H-15-6-Inch-Response-Fa1332Tx/dp/B0D2DHNKFB?pf_rd_r=BTMHJYAHM521RQHA6APN&pf_rd_p=c22a6ff6-1b2d-4729-bc0f-967ee460964a&linkCode=ll1&tag=blogger0a94-21&linkId=5fb9faae48680855ba5f1e86664d9bf9&language=en_IN&ref_=as_li_ss_tl

।। जन्म कुंडली मे कारक ग्रह ।।

सभी ज्योतिष मित्रों को मेरा निवेदन हे आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे में किसी के लेखो की कोपी नहीं करता,  किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही हे कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्त्ता भाई और आगे भी नही बढ़ता , आप आपके महेनत से तयार होने से बहुत आगे बठा जाता हे धन्यवाद ........
जय द्वारकाधीश

।। जन्म कुंडली मे कारक ग्रह ।।


जन्म कुंडली मे कारक ग्रह


प्रत्येक कुंडली में कोई न कोई ऐसा ग्रह अवश्य होता है जो जातक के जीवन का आधार होता है और उसे जीवन में हर प्रकार की सहायता करता है और कुंडली में अन्य ग्रह जो उसे दुस्प्रभाव दे रहे हो उनसे उसकी रक्षा करता है।



Caristo Lord Ganesh Idol | Ganesha Sitting Idol | Ganpati Vinayaka Idol (ID-130) Antique Gold Metal Statue for Home Décor | Car Dashboard | Mandir Pooja Murti | Temple Puja | Office Table Showpiece

Brand: Caristo  https://amzn.to/4iS4p4q


जब भी हम कोई कुंडली देखते है तो हमारा मुख्य रूप से ध्यान इस बात पर होना आवश्यक है की ऐसे कौन से ग्रह है जिनको मजबूत करके जातक को जीवन में आगे ले जाया जा सकता है।





PANDIT NM SHRIMALI Dakshinavarti Shankh Original Valampuri Sangu Dakshin Mukhi Shankh for Pooja Pure White Colour, 5 inch

Visit the PANDIT NM SHRIMALI Store https://amzn.to/42nxQFw https://amzn.to/42nxQFw



प्रत्येक कुंडली में कुछ शुभ ग्रह होते है जो की आपको शुभ फल देने वाले होते है इन्हे जन्म कुंडली के कारक ग्रह कहते है।





Bhabani Antique Shop Religious Small Jal Shankh with Pure Brass Shankha Stand for Pooja & Home Décor – Natural Sankha for Spiritual/Ritual Use (Small Size, Pack of 1) Non-Sound Producing Shank

Brand: Generic  https://amzn.to/4hUjEs4



कारक ग्रह वे ग्रह होते है जो जिस भी स्थान से बैठते है और जिस भाव को भी देखते है उस भाव के फलों में वृद्धि करते है| 




Bhabani Antique Shop Religious Small Jal Shankh with Pure Brass Shankha Stand for Pooja & Home Décor – Natural Sankha for Spiritual/Ritual Use (Small Size, Pack of 1) Non-Sound Producing Shank

Brand: Generic  https://amzn.to/4iPHdna



जैसे की किसी कुंडली के चोथे भाव में उस कुंडली का कारक ग्रह विराजमान है तो वो ग्रह अपनी दशा अन्तर्दशा में चोथे भाव से जुड़े हुवे फल जैसे की भूमि मकान वाहन मानसिक शांति ग्रहस्थ सुख में वृद्धि करेगा|





Two Moustaches Ganesha Design 7.5 Inches Brass Urli, Brass Urli for Flowers, Urli Bowl for Home Decor, Brass Urli Decor, Urali Decoration Bowl, Antique Yellow, Weight - 1.8 Kg, Pack of 1, 500 ml

Visit the Two Moustaches Store  https://amzn.to/3QZZ4M5


इसी तरह यदि भाग्य भाव यानी नोवें भाव में विराजमान है तो भाग्य दान धर्म पुण्य से जुड़े हुए कार्यों में वृद्धि करेगा|

किसी भी कुंडली में जो लग्न का स्वामी होता है वो उस कुंडली का सबसे प्रबल कारक ग्रह होता है|




Visita la tienda de Wonder Care  https://amzn.to/3E19Hv8

Wonder Care Rudraksha Mala certificado de 5 caras (Panchmukhi) Auténticas cuentas de Rudraksha auténticas, ornamento, rosario, japa mala, collar de cuentas de oración, cuentas de meditación



उसके बाद त्रिकोण भाव यानी पांचवें और नोवें भाव में स्थित राशि के स्वामी उस कुंडली के कारक ग्रह होते है| 

इसका एक मुख्य कारण है की इन दोनों भावों के स्वामी हमेशा लग्नेश के मित्र होते है और इन भावों में स्थित राशि हमेशा लग्न में स्तिथ राशि के तत्व जैसी होती है जैसे की लग्न में जल तत्व राशि होगी तो इन दोनों भावों में भी जल तत्व राशि होगी|





Visita la tienda de Wonder Care   https://amzn.to/3XH46Rj

Wonder Care Rudraksha Mala certificado de 5 caras (Panchmukhi) Auténticas cuentas de Rudraksha auténticas, ornamento, rosario, japa mala, collar de cuentas de oración, cuentas de meditación



यानी की कुंडली में लग्न पंचम और नवम भाव के स्वामी मुख्य कारक होते है क्योंकि ये तीनो मुख्य रूप से हमारे जीवन के आधार को दर्शाते है जैसे लग्न से पूरा शरीर तो पंचम से विद्या बुद्धि संतान ईस्ट तो नवम भाव से भाग्य धर्म कर्म पूर्वज आदि | 

यदि इन तीनो भावों के शुभ फल जातक को मिल जाते है तो अन्य भावों के शुभ फल अपने आप मिल जाते है| 

यही कारण है की मुख्य रूप से इन तीनो से संबंधित रत्न अधिकतर जातक को पहनाने का चलन है|

इसके बाद केंद्र के ग्रह यानी चोथे सातवें और दसवें भाव के ग्रह कारक होते है लेकिन चूँकि ये लग्नेश के शत्रु भी हो सकते है इसलिए इनकी कारकत्व कुंडली में इनकी स्तिथि पर निर्भर करता है|




अब सूर्य चन्द्र को छोड़कर सभी ग्रहों की दो राशि होती है ऐसे में उनकी एक राशि केंद्र या त्रिकोण में होकर दूसरी अशुभ भावों जैसे की 3 6 8 12 में हो सकती है ऐसे में उस ग्रह की मूल त्रिकोण राशि जिस भाव में होती है उस से संबंधित अधिकतर फल जातक को मिलते है या फिर इन दोनों राशि में से यदि किसी राशी में वो ग्रह स्वयं उस भाव में स्थित हो तो उसका फल जातक को मिलता है| साथ ही यदि कोई ग्रह कारक होकर किसी अशुभ भाव का स्वामी है तो यदि वो केंद्र या त्रिकोण भावों में स्तिथ हो तो उसके शुभ भाव के फल ज्यादा मिलते है दुसरे अशुभ भाव के फल जातक को कम मिलते है|

किसी भी कारक ग्रह के फल का अध्ययन करते समय हमे इस भाव का ध्यान अवस्य रखना चाहिए की वो यदि अपनी उच्च राशि मूलत्रिकोण राशि या खुद की राशि में होगा तो उसके सम्पूर्ण शुभ फल जातक को मिलेंगे यदि वो शत्रु राशि या नीच की राशि में हुआ तो उसके शुभ फल में बिलकुल न्यूनता आ जायेगी यदि नीच भंग न हुआ तो|

साथ ही ये भी देखना जरूरी है की कारक ग्रह कुंडली के किस भाव में है जैसे यदि त्रिक भाव में हुआ तो इन wभावों से संबंधित फल में वृद्धि कर देगा जैसे छटे भाव में हुआ तो ऋण रोग शत्रु में वृद्धि करेगा|

 वैसे फल बहुत सी अन्य बातों पर भी निर्भर करता है।
जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण जय श्री कृष्ण


पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:- 
-: 1987 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science) 
" Opp. Shri Dhanlakshmi Strits , Marwar Strits, RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
सेल नंबर: . + 91- 7010668409 / + 91- 7598240825 WHATSAPP नंबर : + 91 7598240825 ( तमिलनाडु )
Skype : astrologer85
Email: prabhurajyguru@gmail.com
आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद.. 
नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏

सोम प्रदोष व्रत , मासिक कालाष्टमी नियम एवं विधि :

सोम प्रदोष व्रत , मासिक कालाष्टमी नियम एवं विधि : सोम प्रदोष व्रत  हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बड़ा महत्व है।  यह व्रत भगवान शिव को स...