google() // Google's Maven repository https://www.profitablecpmrate.com/gtfhp9z6u?key=af9a967ab51882fa8e8eec44994969ec 1. आध्यात्मिकता के नशा की संगत और ज्योतिष : सर्वार्थ सिद्धि योग को जानिये...!

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सर्वार्थ सिद्धि योग को जानिये...!

सभी ज्योतिष मित्रों को मेरा निवेदन हे आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे में किसी के लेखो की कोपी नहीं करता,  किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही हे कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्त्ता भाई और आगे भी नही बढ़ता , आप आपके महेनत से तयार होने से बहुत आगे बठा जाता हे धन्यवाद ........
जय द्वारकाधीश

सर्वार्थ सिद्धि योग को जानिये


सर्वार्थ सिद्धि योग को जानिये


शुभ कार्य तो हर समय होते रहने हैं किन्तु जब कई ग्रह अस्त हो जाते हैं तो उस शुभ कार्य नहीं हो पाते हैं। 

आज हम आपको सर्वार्थ सिद्धि योग के बारे में बताने जा रहे हैं। 

इस योग के समय कुछ शुभ कार्य किये जा सकते हैं। 

आइये जानते हैं सर्वार्थ सिद्धि योग के बारे में।

सर्वार्थ सिद्धि योग क्या होता है ?

सर्वार्थ सिद्धि योग किसी शुभ कार्य को करने का शुभ मुहूर्त होता है। 

जैसा की आप जानते है बिना शुभ मुहूर्त के कोई भी कार्य करना लाभकारी नहीं होता....! 

लेकिन कई बार किसी कारणवश मुहूर्त से पहले जरुरी कार्य करने पड़ सकते है। 

ऐसे में पुनः शुभ मुहूर्त की गणना करना थोडा मुश्किल है लेकिन शास्त्रों में इसका भी समाधान दिया गया है। 






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जी हां, इस स्थिति में आप सर्वार्थ सिद्धि योग में उस कार्य को कर सकते है। 

अर्थात यदि किसी शुभ कार्य को करने के लिए आवश्यक और सही मुहूर्त नहीं मिल पा रहा है तो आप सर्वार्थ सिद्धि योगों में अपना शुभ कार्य कर सकते है। 

इन मुहूर्तों में शुक्र अस्त, पंचक, भद्रा आदि पर विचार करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। 

क्योंकि ये मुहूर्त अपने आप में भी सिद्ध मुहूर्त होते है। 

इस के अलावा कुयोग को समाप्त करने की शक्ति भी इस मुहूर्त में होती है।







कब और कैसे बनता है सर्वार्थ सिद्धि योग

सर्वार्थ सिद्धि योग एक अत्यंत शुभ योग है जो निश्चित वार और निश्चित नक्षत्र के संयोग से बनता है। 

यह योग एक बहुत ही शुभ समय है जो कि नक्षत्र वार की स्थिति के आधार पर गणना किया जाता है। 

जैसे कि....!

👉 सोमवार को रोहिणी, मृगशिरा, श्रवण और अनुराधा नक्षत्र पड़ने पर सर्वार्थ सिद्धि योग होता है !

👉 मंगलवार को उत्तराभद्रापद, अश्विनी, कृतिका तथा नक्षत्र पड़ने पर सर्वार्थ सिद्धि योग होता है !

👉 बुधवार को रोहिणी, हस्त, कृतिका, अनुराधा और मृगशिरा नक्षत्र पड़ने पर सर्वार्थ सिद्धि योग होता है !

👉 गुरुवार को अनुराधा, रेवती, पुनर्वास, अश्विनी तथा नक्षत्र पड़ने पर सर्वार्थ सिद्धि योग होता है !

👉 शुक्रवार को अनुराधा, अश्विनी, रेवती तथा नक्षत्र पड़ने पर ये योग बनता है !

👉 शनिवार को रोहिणी, श्रवण और स्वाति नक्षत्र पड़ने पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनता है !

👉 रविवार को मूल, अश्विनी, हस्त, उत्तरा फाल्गुनी, पुष्य, उत्तराभाद्रपद और उत्तराषाढ़ा पड़ने पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनता है !

इस योग में कार्य करने से चातुर्दिक या सर्वागीण सफलता प्राप्त होती है ! 

वार और तिथि के योग से ' सिद्धियोग ' होता है तो वार तथा चंद्र नक्षत्र के योग द्वारा ' सर्वार्थ सिद्धि योग ' बनता है। 

यह योग सभी इच्छाओं तथा मनोकामनाओं को पूरा करने वाला है। 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कोई भी नया कार्य जो कि सर्वार्थ सिद्धि योग में प्रारंभ किया जाता है। 

वह निश्चित ही सफलतापूर्वक संपन्न होता है तथा इच्छित फल प्रदान करता है। 

यह योग विशेष वारों को पड़ने वाले विशेष नक्षत्रों के योग से निर्मित होता है। 

इस शुभ योग में शुभ कार्य आरंभ किए जा सकते हैं परंतु कुछ कार्य वर्जित भी होते हैं। 

इस योग में ये काम किये जा सकते हैं मकान खरीदना हो, दुकान का उद्घाटन करना हो, ऑफिस का उद्घाटन करना हो...! 

वाहन खरीदना हो, क्रय - विक्रय करना हो, मकान की रजिस्ट्री करनी हो...! 

मकान की चाभी लेनी हो, मकान किराय पर देना हो...! 

सगाई करनी हो, रोका करना हो या टीका करना हो इन सभी कार्यों को आप बेहिचक इस मुहूर्त में कर सकते है। 

इस मुहूर्त में किया गया हर कार्य सफल होता है और व्यक्ति को लाभ प्रदान करता है।

इस योग में ये काम नहीं किये जाते हैं....!

सर्वार्थ सिद्धि योग में विवाह के लिए ठीक नहीं होता है। 

इस योग में यात्राएं करना और गृह प्रवेश करना शुभ नहीं माना जाता है। 

इन चीजों को सर्वार्थ सिद्धि योग में नहीं करना चाहिए।

इन परिस्थितियों में यह योग अशुभ होता है।

सर्वार्थ सिद्धि योग यदि गुरु पुष्य योग से निर्मित हो और सनी रोहणी योग से निर्मित हो तथा मंगल अश्विनी योग से निर्मित हो तो यह योग अशुभ माना जाता है। 

इस लिए यह समय पर कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

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पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:- 
-: 1987 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science) 
" Opp. Shri Ramanatha Swami Covil Car Parking Ariya Strits , Nr. Maghamaya Amman Covil Strits , V.O.C, Nagar , RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
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आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद.. 
नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏

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