google() // Google's Maven repository https://www.profitablecpmrate.com/gtfhp9z6u?key=af9a967ab51882fa8e8eec44994969ec 1. आध्यात्मिकता के नशा की संगत और ज्योतिष : शुक्र का सिंह राशि में गोचर से, इन 3 राशियों की पलट जाएगी किस्मत; होगा भाग्योदय!

amazon.in

https://amzn.to/3KcgWD9

शुक्र का सिंह राशि में गोचर से, इन 3 राशियों की पलट जाएगी किस्मत; होगा भाग्योदय!

शुक्र का सिंह राशि में गोचर से, इन 3 राशियों की पलट जाएगी किस्मत; होगा भाग्योदय!

शुक्र का सिंह राशि में गोचर से, इन 3 राशियों की पलट जाएगी किस्मत; होगा भाग्योदय!

शुक्र का सिंह राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज प्रभु पंडारामा की हमेशा से यही पहल रही है कि वह अपने पाठकों को ज्योतिष की दुनिया में होने वाले हर परिवर्तन से अवगत करवाता रहे जिसका मनुष्य जीवन पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है।

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को “प्रेम का देवता” माना जाता है क्योंकि यह लक्ज़री, रोमांस और सुंदरता के कारक हैं। 






Butterfly ZieraChrome 750 Watt Mixer Grinder | 6 Jars | Coarse Grinding Jar| Uniform Grinding-Tornado Blade & Lid | Long Lasting Annealed SS Jars | Torx21 Motor| Juicer/Blender Jar | 5 Years Warranty

https://amzn.to/3VOpbI2



साथ ही, यह भौतिक वस्तुओं के प्रति मनुष्य लगाव को भी नियंत्रित करते हैं और इनकी कृपा से ही कोई व्यक्ति आपके प्रति और आप दूसरों के प्रति आकर्षित होते हैं। 

इसके परिणामस्वरूप, अब हम समझ सकते हैं कि शुक्र की चाल, दशा और स्थिति में होने वाला हर परिवर्तन कितना महत्वपूर्ण हो जाता है। 

इसी प्रकार, शुक्र देव की स्थिति में या राशि में बदलाव का असर प्रत्येक व्यक्ति के प्रेम जीवन, वैवाहिक जीवन संग विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ता है जो जल्द ही अपना गोचर करने जा रहे हैं।

आज के इस ख़ास ब्लॉग में हम “शुक्र का सिंह राशि में गोचर” के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। 

साथ ही, कब और किस समय करेंगे शुक्र देव अपनी राशि में बदलाव? 

शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके लिए कैसे परिणाम लेकर आएगा?


सिंह राशि में शुक्र की स्थिति किन राशियों के लिए रहेगी शुभ और किन्हें फूंक - फूंककर रखना होगा कदम? 

आपके मन में उठने वाले इन सभी सवालों के जवाब आपको हमारे इस ब्लॉग में प्राप्त होंगे। 

साथ ही, शुक्र के इस गोचर के नकरात्मक प्रभावों से बचने के लिए आप किन उपायों को अपनाना होगा फायदेमंद? 

इस बारे में भी हम आपको जानकारी प्रदान करेंगे।


शुक्र का सिंह राशि में गोचर: तिथि व समय :


शुक्र ग्रह को शुभ माना जाता है क्योंकि इनके आशीर्वाद से व्यक्ति को समृद्धि, विलासिता, प्रेमपूर्ण रिलेशनशिप, रचनात्मकता और प्रसिद्धि की प्राप्ति होती है। 

बता दें कि शुक्र देव का गोचर हर 28 दिन बाद होता है यानी कि यह एक राशि में तक़रीबन एक महीने रहते हैं, उसके बाद दूसरी राशि में प्रवेश कर जाते हैं।


इसी क्रम में, शुक्र महाराज अब 15 सितंबर 2025 की रात 12 बजकर 06 मिनट पर सिंह राशि में गोचर करने जा रहे हैं। 

सिंह राशि के अधिपति देव सूर्य ग्रह हैं जिनके साथ शुक्र देव के संबंध ज्यादा अच्छे नहीं कहे जा सकते हैं। 

ऐसे में, शुक्र की सिंह राशि में स्थिति का प्रभाव सभी राशियों को मिलेजुले फल दे सकता है। 

साथ ही, इस राशि में शुक्र कुछ ग्रहों के साथ युति भी करेंगे, आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा - जोखा ।

सिंह राशि में करेंगे शुक्र और सूर्य युति  :

वैदिक ज्योतिष में सूर्य और शुक्र इन दोनों ग्रहों को विशेष माना जाता है। 

सूर्य जहां ग्रहों के जनक हैं, तो वहीं शुक्र प्रेम के ग्रह हैं। 

इन दोनों ग्रह को ही ज्योतिष में एक-दूसरे के शत्रु माना गया है। 

ऐसे में, जब शुक्र महाराज 15 सितंबर 2025 को सिंह राशि में गोचर करेंगे, तो उस समय वहां पहले से सूर्य देव विराजमान होंगे और यह दोनों ग्रह युति का निर्माण करेंगे।


इस के फलस्वरूप, सूर्य और शुक्र एक साथ बैठे होने से एक - दूसरे के प्रभाव को कम करेंगे और इनसे जुड़े क्षेत्रों में मिलने वाले परिणाम कमज़ोर रह सकते हैं। 

हालांकि, राहत की बात यह होगी कि सूर्य और शुक्र की युति बस दो दिन के लिए होगी क्योंकि इसके बाद सूर्य कन्या राशि में चले जाएंगे। 

अब हम आपको अवगत करवाते हैं शुक्र के सिंह राशि में प्रभाव से।

सिंह राशि में शुक्र: विशेषताएं  :

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सिंह राशि में शुक्र की स्थिति प्रेम, आत्म - अभिव्यक्ति और रचनात्मकता का प्रतिनिधित्व करती है।

सिंह राशि में शुक्र के तहत जन्मे जातक अपने साथी को पूरे जुनून के साथ प्रेम करते हैं। 

इन जातकों को एक ऐसे पार्टनर की जरूरत होती है जो प्रेम में इन्हें ख़ास महसूस कराए।

यह जातक अपने रिश्तों को लेकर बहुत उदार होते हैं और हमेशा उत्साहित रहते हैं।

यह जीवन में मिलने वाले हर पल का आनंद लेते हैं। 

साथ ही, यह अपने प्यार का दिखावा करने से पीछे नहीं हटते हैं।

शुक्र के सिंह राशि में प्रभाव से जातकों की कलात्मकता और रचनात्मकता में वृद्धि होती है। 

यह लोग ऐसी गतिविधियों की तरफ आकर्षित होते हैं जहां वह प्रगति हासिल कर सके और स्वयं को सही तरीके से व्यक्त करने में सक्षम हों, चाहे वह कला या किसी रचनात्मक खोज के माध्यम से हो।

शुक्र कन्या राशि के अंतर्गत जन्मे लोग अपने जीवन में बहुत तेज़ गति से बढ़ते हैं। 

सिंह राशि में शुक्र की उपस्थिति के प्रभाव से जातक उदार बनते हैं। 

साथ ही, यह अपने प्रियजनों और करीबियों के साथ अच्छे से पेश आते हैं और उनका आदर करते हैं।

जिन जातकों की कुंडली में शुक्र सिंह राशि में बैठा होता है, तो ऐसे जातक अपने दोस्तों के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। 

लेकिन, उनके मन में अपने कार्यों के प्रति प्रशंसा और सराहना प्राप्त करने की प्रबल इच्छा होती है। 

इन लोगों को ऐसे दोस्त पसंद होते हैं जो उन्हें गर्व महसूस करवाएं।


वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह का महत्व :


वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शुक्र देव को लाभकारी ग्रह का दर्जा प्राप्त है जो जन्म कुंडली में दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। 

हर राशि में शुक्र देव लगभग 27 दिनों तक रहते हैं और फिर दूसरी राशि में चले जाते हैं। 

इसी प्रकार, सभी 27 नक्षत्रों में शुक्र ग्रह को पूर्वाषाढ़ा, भरणी और पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र पर स्वामित्व प्राप्त हैं। 

वहीं, नवग्रहों में शुक्र के मित्र शनि और बुध को माना जाता है जबकि यह चंद्रमा और सूर्य से शत्रुता का भाव रखते हैं।

बता दें कि शुक्र महाराज मीन राशि में उच्च अवस्था में होते हैं और इनकी नीच राशि कन्या है।

विलासिता और ऐश्वर्य के ग्रह के रूप में शुक्र ग्रह वैवाहिक जीवन को भी दर्शाते हैं। 

इनके प्रभाव से  रिश्ते में प्रेम, आपसी समझ और सामंजस्य में वृद्धि होती हैं।

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र देव मजबूत होते हैं, तो उसका वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। 

महिलाओं के लिए शुक्र देव की स्थिति और प्रभाव विशेष रूप से मायने रखता है क्योंकि यह प्रेम, सुंदरता और स्त्री जीवन से संबंधित भौतिक पहलुओं का भी नियंत्रित करते हैं।

इनकी कृप से व्यक्ति को संगीत, कला और रचनात्मक क्षेत्रों में सफलता की प्राप्ति होती है। 

ऐसे व्यक्ति जीवन में हर तरह का सुख भोगता है। 

बलवान शुक्र के प्रभाव से व्यक्ति फैशन, डिजाइन और इंटीरियर डिज़ाइन के क्षेत्र में आगे बढ़ता है।


धार्मिक दृष्टि से शुक्र ग्रह  :


वैदिक ज्योतिष शास्त्र के साथ-साथ शुक्र ग्रह का अपना धार्मिक महत्व भी है। 

शायद ही आप जानते होंगे कि शुक्र देव असुरों के गुरु माने गए हैं जिन्हें दैत्यगुरु और शुक्राचार्य के नाम से जाना जाता है। 

हिंदू धार्मिक ग्रंथों में शुक्राचार्य या शुक्र ग्रह का वर्णन इस तरह से किया गया है कि शुक्र देव ने ज्ञान, विज्ञान और जीवन के गूढ़ रहस्यों की शिक्षा असुरों को प्रदान की थी। 

साथ ही, शुक्राचार्य को कई मंत्रों और औषधियों के आविष्कार का श्रेय जाता है, और इनकी सहायता से असुरों को देवताओं के साथ युद्ध में विजय प्राप्त हुई थी। 

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, संजीवनी विद्या का ज्ञान शुक्राचार्य को ही प्राप्त है। 

बता दें कि यह एक ऐसी विद्या है जिसके उपयोग से मृत इंसान भी पुनः जीवित हो सकता है।


वैज्ञानिक दृष्टि से शुक्र ग्रह  :


शुक्र ग्रह का सिर्फ़ ज्योतिषीय और धार्मिक महत्व नहीं है, बल्कि विज्ञान के लिए भी यह विशेष महत्व रखता है। 

विज्ञान में शुक्र और पृथ्वी को जुड़वां बहनें कहा जाता है क्योंकि इन दोनों ग्रहों की बनावट और आकार काफ़ी हद तक एक जैसा है। 

इसके अलावा, शुक्र और पृथ्वी में कई समानताएं पाई जाती हैं।

शुक्र की सतह भी धरती की तरह ही मज़बूत और चट्टानी है। 

बात करें शुक्र ग्रह के वायुमंडल की, तो इस ग्रह के वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड और सल्फ्यूरिक एसिड पाया जाता है। 

हालांकि, शुक्र ग्रह का तापमान बहुत ज्यादा होता है इसलिए इसकी गिनती गर्म ग्रहों में होती हैं। 

आपको यह बात सुनकर आश्चर्य हो सकता है कि शुक्र ग्रह पर काफ़ी तादाद में ज्वालामुखी मौजूद हैं।


शुक्र का सिंह राशि में गोचर: मज़बूत शुक्र का प्रभाव  :


जिन जातकों की जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह बलवान होते हैं, उनका प्रेम जीवन और रिश्ता मधुर एवं प्रेम से पूर्ण रहता है। 

साथ ही, वह खुशहाल रहते हैं।

शुक्र का शुभ प्रभाव होने से व्यक्ति को संगीत, सौंदर्य, आकर्षण, वैवाहिक जीवन में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं क्योंकि इन सभी क्षेत्रों का संबंध शुक्र से होता है।

कुंडली में अगर शुक्र ग्रह बेहद शुभ और मज़बूत हैं, तो व्यक्ति आर्थिक रूप से मजबूत होता है। 

साथ ही, उसे अपने जीवन में कभी भी धन से जुड़ी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं। 

शुक्र की कृपा से जातकों का वैवाहिक और पारिवारिक जीवन सुख-शांति से पूर्ण रहता है। 

वह प्रेम संबंधों का आनंद लेने में सक्षम होते हैं। 

चलिए अब जान लेते हैं शुक्र के कमज़ोर होने पर नज़र आने वाले लक्षणों के बारे में।


कमज़ोर शुक्र के संकेत  :


अगर शुक्र किसी जातक की जन्मकुंडली में कमज़ोर होता है, तो यह विवाह में देरी या समस्याएं पैदा कर सकता है।

साथ ही, यह वैवाहिक जीवन में नाख़ुश रह सकते हैं। 

त्वचा और आंखों से संबंधित परेशानियां भी दुर्बल शुक्र की निशानी होती है।

शुक्र के नकारात्मक होने पर व्यक्ति का आकर्षण कम होने लगता है। 

साथ ही, चेहरे से चमक भी खोने लगती है।

जिन जातकों का शुक्र दुर्बल होता है, उन्हें भौतिक सुखों की प्राप्ति नहीं हो पाती है और ऐसे में, उसे घर, वाहन सुख पाने में समस्या का सामना करना पड़ता है।

शुक्र की दुर्बलता प्रेम संबंधों में असफलता दे सकती है या फिर आपको ब्रेकअप की कगार पर ले जा सकती है।

ऐसे लोग जो कलात्मक क्षेत्रों या फिर संगीत में रुचि रखता है और उन्हें बार - बार असफलता का सामना करना पड़ता है जिसकी वजह शुक्र की दुर्बलता होती है। 

शुक्र ग्रह के बारे में विस्तार से जानने के बाद अब हम आगे बढ़ते हैं और जानते हैं शुक्र को प्रसन्न करने के उपाय।


शुक्र का सिंह राशि में गोचर: सरल एवं अचूक उपाय  :


शुक्रवार का व्रत करें: शुक्र देव को मज़बूत करने के लिए नियमित रूप से शुक्रवार को व्रत रखें। 

साथ ही, इस दिन सफेद वस्त्र धारण करें। 

शुक्र मंत्र: कुंडली में शुक्र ग्रह को बलवान बनाने के लिए प्रतिदिन या शुक्रवार को “ॐ शुं शुक्राय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।

रत्न धारण करें: शुक्र का रत्न हीरा है इसलिए कुंडली में शुक्र की मज़बूती के लिए हीरा धारण करें। 

लेकिन, ऐसा किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लेने के बाद ही करें। 

सफेद चीजों का दान: ऐसा माना जाता है कि सफ़ेद चीज़ों जैसे दूध, चावल, सफेद वस्त्र, दही आदि का दान करने से शुक्र देव प्रसन्न होते हैं। साथ ही, शुक्रवार के दिन गरीब कन्याओं को दान करना फलदायी रहता है।

देवी लक्ष्मी को फूल करें अर्पित:शुक्र देव का संबंध देवी लक्ष्मी से माना जाता है।

इस लिए शुक्रवार के दिन 5 लाल रंग के फूल देवी को अर्पित करें।


शुक्र का सिंह राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय  :


मेष राशि :


मेष राशि वालों के लिए शुक्र दूसरा और सातवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके पांचवें भाव में होगा।

इस कारण से पारिवारिक जीवन में कुछ तनाव हो सकता है और मन में असुरक्षा की भावना बनी रह सकती है। 

साथ ही आर्थिक स्थिति थोड़ी कमजोर रह सकती है।

करियर में आपको अपने सीनियर्स के साथ तालमेल बनाने में परेशानी आ सकती है, जिससे आपकी मेहनत का पूरा फल नहीं मिल पाएगा।

व्यवसाय में साझेदारों के साथ गलतफहमी या बहस हो सकती है, जिससे कुछ नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।

आर्थिक रूप से, खर्चे ज्यादा और आमदनी कम हो सकती है, जिससे बचत करना कठिन हो सकता है। 

हालांकि इस अवधि के दौरान आपकी आर्थिक स्थिति कुछ हद तक सीमित हो सकती है।

आर्थिक रूप से, खर्चे ज्यादा और आमदनी कम हो सकती है, जिससे बचत करना कठिन हो सकता है। हालांकि इस अवधि के दौरान आपकी आर्थिक स्थिति कुछ हद तक सीमित हो सकती है।

रिश्तों में जीवनसाथी के साथ मनमुटाव हो सकता है और आपसी समझ की कमी महसूस हो सकती है।

सेहत के लिहाज़ से, आंखों से जुड़ी समस्या हो सकती है और जीवनसाथी की सेहत पर भी खर्च करना पड़ सकता है। 

इस समय धैर्य और समझदारी से काम लेना आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

उपाय- प्रतिदिन 41 बार “ॐ भौमाय नमः” का जाप करें।


वृषभ राशि :


वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र पहले और छठे भाव के स्वामी हैं और शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके चौथे भाव में होगा।

इस गोचर के प्रभाव से आप परिवार के प्रति अधिक भावुक हो सकते हैं और घरवालों का अच्छा सहयोग मिलेगा। 

अपनों के साथ बाहर घूमने - फिरने का मौका भी मिल सकता है।

करियर के मामले में, आपको अपने सीनियर्स की ओर से अधिक दबाव महसूस हो सकता है और उनका भरोसा जीतना थोड़ा मुश्किल रहेगा।

व्यवसाय में, कुछ अच्छे मौके आपके हाथ से निकल सकते हैं, जिससे आत्मविश्वास में थोड़ी कमी आ सकती है और सफलता हासिल करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

आर्थिक रूप से, इस समय बड़े लाभ मिलने की संभावना कम है क्योंकि आशंका है कि भाग्य का साथ आपको न मिले।

व्यक्तिगत जीवन में, जीवनसाथी के साथ गलतफहमियां बढ़ सकती हैं, जिससे मानसिक तनाव और भावनात्मक असहजता हो सकती है।

सेहत के लिहाज़ से, पेट से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं, इस लिए खानपान पर विशेष ध्यान दें।

उपाय- गुरुवार को बृहस्पति ग्रह के लिए यज्ञ - हवन करें।


मिथुन राशि :


मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। 

शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होगा।

इस गोचर का प्रभाव आपके जीवन में खुशी और लाभ के रूप में दिख सकता है। 

बच्चों से आपको सुख और सहयोग मिलेगा, जिससे मन प्रसन्न रहेगा। 

आर्थिक रूप से यह समय आपके लिए लाभकारी हो सकता है और आय में वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं।

करियर के लिहाज़ से नए जॉब ऑफर या असाइनमेंट मिल सकते हैं। 

अगर आप नौकरी में हैं तो ऑन - साइट जाने का अवसर भी मिल सकता है।

व्यवसाय में नियमित काम की तुलना में आप शेयर बाजार से ज़्यादा लाभ कमा सकते हैं।

आर्थिक स्थिति मजबूत रह सकती है और आप अच्छा पैसा कमाने व बचाने में सफल हो सकते हैं।

रिश्तों की बात करें तो जीवनसाथी के साथ प्रेम और सामंजस्य बढ़ेगा। 

आप दोनों के बीच यादगार पल बन सकते हैं और रिश्ते में मधुरता आएगी।

रिश्तों की बात करें तो जीवनसाथी के साथ प्रेम और सामंजस्य बढ़ेगा। 

आप दोनों के बीच यादगार पल बन सकते हैं और रिश्ते में मधुरता आएगी।

सेहत के मामले में भी यह समय अच्छा रहेगा। 

मानसिक रूप से खुशी और संतोष महसूस होगा, जिससे आपकी शारीरिक सेहत पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अच्छी बनी रह सकती है।

उपाय- मंगलवार को केतु ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।


कर्क राशि :


कर्क राशि वालों के लिए इस समय शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगे

इस गोचर का असर आपके पारिवारिक और आर्थिक जीवन पर कुछ चुनौतियों के रूप में दिख सकता है। 

परिवार में किसी बात को लेकर तनाव या बहस हो सकती है, और पैसों की कमी या खर्चों में बढ़ोतरी आपको परेशान कर सकती है।

करियर के मामले में ऑफिस में सीनियर्स के साथ वाद - विवाद की स्थिति बन सकती है, खासकर जब काम का दबाव ज़्यादा हो।

करियर के मामले में ऑफिस में सीनियर्स के साथ वाद - विवाद की स्थिति बन सकती है, खासकर जब काम का दबाव ज़्यादा हो।

शुक्र का सिंह राशि में गोचर के दौरान व्यापार में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है और धन का नुकसान होने की भी संभावना है। 

जीवनसाथी के साथ भी कुछ मनमुटाव या तकरार हो सकती है, जिससे संबंधों में थोड़ी दूरी महसूस हो सकती है।

आर्थिक रूप से खर्च ज़्यादा और आमदनी कम हो सकती है, जिससे बजट बिगड़ सकता है।

पारिवारिक तनाव के कारण जीवनसाथी से भी बहस की संभावना है।

पारिवारिक तनाव के कारण जीवनसाथी से भी बहस की संभावना है।

स्वास्थ्य की बात करें तो आंखों में जलन या परेशानी हो सकती है, जिस पर ध्यान देना ज़रूरी होगा।

उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ चंद्राय नमः” का जाप करें।


सिंह राशि :


सिंह राशि वालों के लिए शुक्र तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके पहले भाव में होगा।

इस गोचर के दौरान आपको कुछ सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी महसूस हो सकती है। 

आप प्रॉपर्टी में निवेश करने की योजना बना सकते हैं और आमदनी व खर्चों के बीच अच्छा संतुलन बनाए रखने में सफल हो सकते हैं।

करियर की बात करें तो काम का दबाव बढ़ सकता है और ज़िम्मेदारियां ज्यादा होने के कारण तनाव भी महसूस हो सकता है।

करियर की बात करें तो काम का दबाव बढ़ सकता है और ज़िम्मेदारियां ज्यादा होने के कारण तनाव भी महसूस हो सकता है।

व्यापार में मुनाफा सीमित रह सकता है और और अगर आप कमाने में कामयाब भी हो जाते हैं, तो काम को लगातार आगे बढ़ाते रहना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।

आर्थिक रूप से आय तो हो सकती है, लेकिन खर्च भी उसी अनुपात में बढ़ सकते हैं, जिससे चिंता हो सकती है।

व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी के साथ गलतफहमियां हो सकती हैं, जिससे मानसिक शांति में कमी आ सकती है।

स्वास्थ्य के लिहाज़ से सिरदर्द या ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं, इसलिए सेहत का खास ध्यान रखें।

उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ सूर्याय नमः” का जाप करें।


कन्या राशि :


कन्या राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। 

शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके बारहवें भाव में होगा।

इस गोचर के दौरान आपके भीतर अच्छे संस्कार और नैतिकता की भावना बढ़ सकती है। 

धार्मिक स्थानों की यात्रा या किसी नए स्थान पर स्थानांतरण की संभावना भी बन सकती है।

करियर की बात करें तो आशंका है कि इस समय कार्यक्षेत्र में खास तरक्की या सफलता प्राप्त न हो। 

जिसके चलते आप नई नौकरी की तलाश करने का विचार बना सकते हैं।

आर्थिक रूप से यह समय थोड़ा कठिन हो सकता है, क्योंकि अचानक खर्च बढ़ सकते हैं और नुकसान की संभावना भी है।

व्यापार करने वालों को इस समय मुनाफा कम हो सकता है और कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण उम्मीदों को पूरा करना मुश्किल हो सकता है।

व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी के साथ आपसी समझ की कमी हो सकती है, जिससे रिश्ते में तनाव आ सकता है।

स्वास्थ्य के मामले में आंखों की परेशानी, दांतों में दर्द या एलर्जी जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है।

उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ बुधाय नमः” का जाप करें।


तुला राशि :


तुला राशि वालों के लिए शुक्र पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। 

शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा।

इस गोचर का प्रभाव आपके जीवन में लाभ, संतोष और खुशी के रूप में दिख सकता है। 

आपको इस दौरान यात्रा के कई अवसर भी मिल सकते हैं, जिससे मन प्रसन्न रहेगा।

करियर के मामले में कोई नई नौकरी या अवसर मिल सकता है जो आपको खुशी देगा, और आने वाले समय में इससे भी अच्छे विकल्प सामने आ सकते हैं।

व्यापार में आप अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे निकलने में सफल हो सकते हैं और अपना प्रभाव बना सकते हैं।

आर्थिक रूप से भी यह समय लाभकारी रहेगा, खासकर किसी प्रकार की पैतृक संपत्ति या विरासत से अचानक धन लाभ होने की संभावना है।

व्यक्तिगत जीवन में आप अपने जीवनसाथी को बेहतर ढंग से समझ पाएंगे, जिससे रिश्ते में प्रेम और सामंजस्य बढ़ेगा।

स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय अच्छा रहेगा और किसी बड़ी बीमारी की चिंता नहीं होगी।

उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ऊँ नमो नारायण” का जाप करें।


वृश्चिक राशि :


वृश्चिक राशि वालों के लिए इस समय शुक्र सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। 

शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके दसवें भाव में होगा

इस गोचर का असर आपके कामकाज और निजी जीवन पर कुछ नकारात्मक रूप में पड़ सकता है। इस समय आपके हाथ से कुछ अच्छे मौके निकल सकते हैं। 

जल्दबाज़ी में लिए गए फैसलों से आपकी छवि को नुकसान पहुंच सकता है।

करियर की बात करें तो मौजूदा नौकरी से असंतोष महसूस हो सकता है, जिससे आप नई नौकरी की तलाश कर सकते हैं।

अगर आप व्यापार करते हैं, तो पुराने तरीकों पर भरोसा करना नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि आपके प्रतियोगी नई तकनीक और तरीकों से आगे बढ़ सकते हैं।

आर्थिक रूप से यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहेगा और खर्चों पर नियंत्रण रखना मुश्किल हो सकता है। इस समय किसी भी बड़े निवेश से बचना बेहतर रहेगा।

व्यक्तिगत जीवन में अहंकार के टकराव जीवनसाथी के साथ आपके संबंधों को बिगाड़ सकते हैं और मानसिक शांति में कमी आ सकती है।

सेहत के मामले में गर्मी से जुड़ी समस्याएं या कमजोर इम्यून सिस्टम की वजह से शरीर में थकावट या बीमारी हो सकती है, इसलिए सावधानी रखें।

उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ शुक्राय नमः” का जाप करें।


धनु राशि :


धनु राशि वालों के लिए शुक्र छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके नौवें भाव में होगा।

इस गोचर के प्रभाव से आपकी किस्मत थोड़ा कमजोर पड़ सकती है, जिससे सफलता मिलने में रुकावटें आ सकती हैं और काम करने की क्षमता भी कुछ हद तक प्रभावित हो सकती है।

करियर के क्षेत्र में सीनियर्स का समर्थन कम हो सकता है और नौकरी बदलने का विचार मन में आ सकता है।

व्यापार में आप अपने काम को आगे बढ़ाने या विस्तार करने की योजना बना सकते हैं, लेकिन इसमें स्थिर लाभ बनाना थोड़ा कठिन हो सकता है।

आर्थिक रूप से यह समय अच्छा रह सकता है। आप अधिक धन कमा सकते हैं, संपत्ति जोड़ सकते हैं और बचत करने की आदत भी मजबूत हो सकती है।

व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी से अनचाहे विवाद हो सकते हैं, जिससे रिश्तों में असंतोष बढ़ सकता है।

स्वास्थ्य के लिहाज़ से पिता की सेहत को लेकर चिंता हो सकती है और उनकी दवाइयों या इलाज पर खर्च बढ़ सकता है, जिससे मानसिक तनाव हो सकता है।

उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ शुक्राय नमः” का जाप करें।


मकर राशि :


मकर राशि वालों के लिए शुक्र पांचवें और दसवें भाव के स्वामी है। 

शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके आठवें भाव में होगा।

इस गोचर के दौरान आपको अचानक धन लाभ हो सकता है, जैसे कि विरासत या किसी अनपेक्षित स्रोत से पैसा मिलना। 

लेकिन साथ ही आपकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचने का खतरा भी बना रह सकता है।

करियर के मामले में मौजूदा नौकरी से असंतोष हो सकता है और इसके चलते आप नई नौकरी की तलाश कर सकते हैं।

बिज़नेस में पार्टनरशिप के साथ विवाद होने की संभावना है, जिससे लाभ में कमी या नुकसान भी हो सकता है।

आर्थिक रूप से यह समय आपको सतर्क रहने के लिए कह रहा है, क्योंकि लापरवाही से धन हानि हो सकती है। इसलिए पैसों के मामलों में सावधानी जरूरी है।

व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी से बात करते समय धैर्य रखना जरूरी है, क्योंकि गलतफहमी रिश्ते में दूरी या तनाव पैदा कर सकती है।

सेहत की बात करें तो आंखों की समस्या या दांतों में दर्द हो सकता है, इस लिए अपनी सेहत पर ध्यान दें।

उपाय-गुरुवार को बृहस्पति ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।


कुंभ राशि :


कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं। 

शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके सातवें भाव में होगा।

इस गोचर के दौरान आपके नए दोस्त बन सकते हैं और नए संपर्क जुड़ सकते हैं, लेकिन रिश्तों में सामंजस्य बनाए रखना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

करियर के क्षेत्र में नौकरी से जुड़े कामों के लिए यात्रा करनी पड़ सकती है, जो आपके लिए फायदेमंद साबित होगी और करियर में अच्छी प्रगति के मौके भी मिल सकते हैं।

व्यापार करने वालों के लिए यह समय लाभकारी रहेगा। 

आपको अच्छा मुनाफा हो सकता है और नए व्यापारिक सौदे भी हाथ लग सकते हैं।

आर्थिक रूप से लाभ और खर्च दोनों रहेंगे, लेकिन हो सकता है कि आपको पूरे लाभ का सीधा एहसास न हो।

व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी के साथ मित्रता भरा और सहयोगात्मक संबंध बन सकता है, जिससे रिश्ते में मिठास आएगी।

स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय अच्छा रहेगा। आपके अंदर जोश और ऊर्जा बनी रहेगी, जिससे आप खुद को ताजगी और उत्साह से भरा हुआ महसूस करेंगे।

उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ मन्दाय नमः” का जाप करें।


मीन राशि :


मीन राशि वालों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। 

शुक्र का सिंह राशि में गोचर आपके छठे भाव में होगा।

इस गोचर के प्रभाव से दोस्तों और परिचितों के साथ संबंधों में थोड़ी गिरावट आ सकती है और बातचीत में गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं।

करियर के क्षेत्र में काम का दबाव बढ़ सकता है, जिससे आप नौकरी बदलने का विचार कर सकते हैं।

व्यापार में भी प्रतिस्पर्धा तेज हो सकती है और आपके व्यावसायिक नेटवर्क में आपकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच सकता है।

आर्थिक रूप से देखें तो इस समय आपको अचानक धन लाभ या सट्टा आदि के जरिए पैसे मिल सकते हैं, जिससे आपकी ज़रूरतें और लक्ष्य पूरे हो सकते हैं।

व्यक्तिगत जीवन में जीवनसाथी के साथ अविश्वास या गलतफहमी के कारण बहस हो सकती है।

स्वास्थ्य के लिहाज से पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं या अचानक पेट खराब होने की दिक्कतें हो सकती हैं, इसलिए खानपान का खास ध्यान रखें।

उपाय- प्रतिदिन 21 बार “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” का जाप करें।

!!!!! शुभमस्तु !!!

🙏हर हर महादेव हर...!!

जय माँ अंबे ...!!!🙏🙏

पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-

PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:- 

-: 1987 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-

(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science) 

" Opp. Shri Ramanatha Swami Covil Car Parking Ariya Strits , Nr. Maghamaya Amman Covil Strits , V.O.C. Nagar , RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )

सेल नंबर: . + 91- 7010668409 / + 91- 7598240825 ( तमिलनाडु )

Skype : astrologer85 website :https://sarswatijyotish.com/ 

Email: prabhurajyguru@gmail.com

आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद.. 

नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....

जय द्वारकाधीश....


जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏

ટિપ્પણીઓ નથી:

ટિપ્પણી પોસ્ટ કરો

आंशिक सूर्य ग्रहण शंका समाधान/प्रदोष व्रत की महत्ता/सूर्य का हमारे जीवन पर प्रभाव :

आंशिक सूर्य ग्रहण शंका समाधान/प्रदोष व्रत की महत्ता/सूर्य का हमारे जीवन पर प्रभाव : आंशिक सूर्य ग्रहण शंका समाधान : ग्रहण एक खगोलीय घटना है ...